रागी के 11 फायदे, उपयोग और नुकसान | Ragi Ke Fayde Aur Nuksan

रागी के फायदे और नुकसान Ragi Ke Fayde Aur Nuksan | रागी (ragi) एक प्रकार का मोटा अनाज है, इसे कई जगह मडुआ व नाचनी के नाम से भी जाना जाता है। रागी को स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इसमें गेंहू व चावल के मुकाबले कई गुना ज्यादा कैल्शियम मौजूद होता है। साथ ही यह फाइबर आयरन व प्रोटीन का भी एक अच्छा स्रोत है, साथ ही यह ग्लूटेन फ्री है। रागी खाने के फायदे (ragi khane ke fayde) जानकर आप हैरान हो जाएंगे और इसे अपनी डाइट में शामिल करने के बारे में जरूर सोचेंगे।

रागी (मडुआ) किसी सुपरफूड से कम नहीं है, इसमें पोषक तत्वों का भंडार छुपा हुआ है। इसको अपनी डाइट में शामिल करके आप मोटापा, डायबिटीज, कब्ज व एनीमिया जैसी कई प्रकार की भयंकर बीमारियों से बच सकते हैं। रागी के फायदे (ragi ke fayde) यहीं समाप्त नहीं होते, इनके बारे में हम आगे विस्तार से जानेंगे। साथ ही रागी के नुकसान (ragi ke nuksan), उपयोग और इससे बनने वाली कुछ खास रेसिपी या डिश (ragi recipes in hindi) के बारे में जानेंगे। इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

रागी क्या है – What is Ragi in Hindi

रागी (ragi) एक प्रकार का मोटा अनाज है, यह काफी हद तक राई जैसा दिखता है। इसका वैज्ञानिक नाम एलुसीन कोरकाना (eleusine coracana) है। इसे अंग्रेजी में फिंगर मिलेट (finger millet) कहा जाता है, जबकि भारत में इसे रागी के अलावा मडुआ, मंगल व नाचनी जैसे कई नामों से भी जाना जाता है। रागी की खेती सबसे ज्यादा अफ्रीका व एशिया के देशों में कि जाती है। जबकि भारत में रागी का उत्पादन सबसे ज्यादा कर्नाटक में होता है।

रागी के उपयोग (ragi uses in hindi) की बात करें तो कुछ लोग रागी के आटे की रोटी (ragi ki roti) या परांठा खाना पसंद करते हैं। जबकि कुछ लोग इसका उपयोग लड्डू, बिस्किट, इडली व डोसा बनाने में भी करते हैं। रागी (मडुआ) के फायदे (ragi ke fayde) प्राप्त करने के लिए आप किसी भी रूप में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। 

रागी (मडुआ) के फायदे – Ragi Benefits in Hindi

ragi benefits in hindi

रागी के फायदे (ragi benefits in hindi) इस प्रकार है।  

1. कैल्शियम से भरपूर है रागी

रागी (मडुआ) कैल्शियम के सबसे अच्छे स्रोत में से एक है। किसी भी प्रकार के अनाज में रागी जितना कैल्शियम मौजूद नहीं होता है। आटा और चावल के मुकाबले इसमें 20-30 गुना ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है। National Institute of Nutrition के अनुसार 100 ग्राम रागी में 344 mg कैल्शियम पाया जाता है, जो कैल्शियम की एक बहुत अच्छी मात्रा है।  

कैल्शियम हड्डियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, साथ ही यह हड्डियों से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में भी सहायक होता है। इसके अलावा दांतों को मजबूत रखने के लिए भी कैल्शियम जरूरी होता है। इसलिए अगर आपके शरीर में कैल्शियम की कमी है या फिर आप चाहते है की आपको कभी कैल्शियम की कमी न हो तो इसके लिए आप रागी (ragi) को अपने भोजन में जरूर शामिल करें। 

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2. डायबिटीज के लिए रागी के फायदे

ragi benefits for diabetes

रागी के फायदे (ragi khane ke fayde) डायबिटीज के लिए भी अच्छे है। यह डायबिटीज के खतरे को कम करने में काफी सहायक होता है। रागी में उच्च गुणवत्ता का डाइटरी फाइबर मौजूद होता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी लो होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। डायबिटीज के रोगीयों को इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। 

3. फाइबर से भरपूर

रागी (madua) में भरपूर मात्रा में डाइटरी फाइबर मौजूद होता है, एक अनुमान के मुताबिक 100 ग्राम रागी में लगभग 15-22 ग्राम तक डाइटरी फाइबर मौजूद होता है। फाइबर भोजन को अच्छी तरह पचाने और पाचन क्रिया को मजबूत बनाने में सहायक होता है। साथ ही मल त्याग को आसान बनाने और कब्ज को दूर करने में भी फाइबर युक्त फूड्स का सेवन लाभकारी माना जाता है। इस तरह कहा जा सकता है की पेट और पाचन से जुड़ी समस्याओं के लिए भी रागी खाने के फायदे (ragi ke fayde in hindi) जबरदस्त हैं।

4. प्रोटीन का अच्छा स्रोत 

good source of protein

 रागी के फायदे (ragi benefits in hindi) की आगे बात करें तो यह प्रोटीन का भी एक बेहतरीन सोर्स है। प्रोटीन फूड लिस्ट में इसका भी नाम आता है। 100 ग्राम रागी में लगभग 7-8 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। आपको बता दें की प्रोटीन मांसपेशियों, हड्डियों, दांतों, स्किन व बालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है, साथ ही यह शरीर में ऊर्जा बढ़ाने में भी सहायक होता है। स्वस्थ व फिट रहने के लिए अक्सर एक्सपर्ट द्वारा प्रोटीन युक्त डाइट लेने की सलाह दी जाती है।

5. एनीमिया से बचाव

रागी (ragi) को हमने सुपरफूड इसलिए कहा था, क्योंकी इसमें पोषक तत्वों का भंडार छुपा हुआ है। कैल्शियम, फाइबर व प्रोटीन के अलावा इसमें आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आयरन शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है, जिस वजह से शरीर में एनीमिया यानी खून की कमी का खतरा कम होता है। एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति को अपनी डाइट में आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जरूर शामिल करने चाहिए, जिसमें रागी भी शामिल है।  

6. वेट लॉस के लिए रागी खाने के फायदे

ragi benefits for weight loss

वजन कम करने के लिए भी रागी खाने के फायदे (ragi khane ke fayde) जबरदस्त है। रागी में ट्रिप्टोफैन नामक एमिनो एसिड (Tryptophan) पाया जाता है, जो वजन कम करने में काफी मददगार होता है। साथ ही ट्रिप्टोफैन भूख को कंट्रोल करने में भी सहायक होता है, जिससे वजन को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा इसमें मौजूद हाई फाइबर और प्रोटीन भी वजन कम करने में सहायक होते हैं। वेट लॉस के लिए रागी (ragi for weight loss) को अपने सुबह के नाश्ते में शामिल करने की कोशिश करें। 

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7. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

रागी (मडुआ) में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने में मदद करते हैं। फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम होने की वजह से शरीर विभिन्न प्रकार की बीमारियों से दूर रहता हैं और त्वचा पर बढ़ती उम्र का असर भी कम दिखाई देता है। इस तरह रागी कई तरह से शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है। 

8. कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक

रागी (ragi) कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी सहायक होती है। इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर व फायटिक एसिड शरीर में बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होते हैं। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी अच्छे संकेत नहीं होते, इससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है और शरीर में कई प्रकार की अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती है। हालाकिं, अच्छे खान-पान की मदद से कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। 

9. त्वचा के लिए रागी के फायदे

ragi benefits for skin

सेहत के साथ-साथ रागी (मडुआ) के फायदे (ragi ke fayde) त्वचा के लिए भी काफी अच्छे हैं। रागी एक नेचुरल स्किन केयर एजेंट है, जो त्वचा पर बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। दरअसल,  इसमें  मेथिओनिन (methionine) और लाइसिन (lysine) नामक अमीनों एसिड पाए जाते हैं, जो त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। यह रिंकल्स, फाइन लाइन्स व झाइयों को रोकने में काफी मददगार होता है। 

10. माँ का दूध बढ़ाने में सहायक

स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए भी रागी बेहद लाभकारी होता है। इसमें मौजूद आयरन, प्रोटीन व कैल्शियम माँ का दूध बढ़ाने में मदद कर सकते  हैं। शिशु के लिए माँ का दूध सबसे ज्यादा जरूरी होता है, अगर शिशु को पर्याप्त मात्रा में माँ का दूध न मिलें तो, इससे शिशु के विकास में बाधाएं उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में बच्चे को दूध पालने वाली महिलाओं को रागी जैसी दूध बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन जरूर करना चाहिए।    

11. ग्लूटेन फ्री है रागी

ग्लूटेन एक प्रकार का प्रोटीन है जो गेंहू, जौ और राई जैसे अनाजों में पाया जाता है। ग्लूटेन कोई बुरी चीज नहीं हैं, लेकिन कुछ लोगों को इससे एलर्जी होती है और उन्हें इसके सेवन से कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में डॉटर द्वारा ग्लूटेन फ्री डाइट लेने की ही सलाह दी जाती है। ऐसे लोग गेंहू के आटे की रोटी की जगह रागी के आटे की रोटी का सेवन कर सकते हैं। रागी ग्लूटेन फ्री होता है।    

रागी (मडुआ) खाने एक कुछ अन्य फायदे | Ragi Ke Fayde in Hindi

  • रागी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर में सूजन से जुड़ी समस्याओं के लिए बेहद फायदेमंद होता है। 
  • रागी में कई ऐसे एमिनो एसिड भी मौजूद होते हैं जो कैंसर जैसी भयानक बीमारी से बचाव में मददगार होते हैं। 
  • पेट की कब्ज की समस्या के लिए रागी की रोटी खाना फायदेमंद होता है, इसमें मौजूद फाइबर कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता हैं। 
  • जोड़ों के दर्द से जूझ रहे लोगों को अपनी डाइट में रागी को जरूर शामिल करना चाहिए। 
  • बच्चों के विकास के लिए भी रागी के फायदे (ragi ke fayde) अच्छे हैं। 
  • रागी ह्रदय रोगों के जोखिम को कम करने में भी मददगार साबित हो सकता है।

रागी में मौजूद पोषक तत्व – Ragi Nutrition Value in Hindi

रागी खाने के फायदे जानने के बाद अब रागी में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में भी जान लेते हैं। नीचे रागी में मौजूद पोषक तत्वों की लिस्ट जरूर चेक करें।

NutrientsPer 100 gram
फाइबर15-22 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट75-85 ग्राम
प्रोटीन7-8 ग्राम
वसा1.8 ग्राम
कैल्शियम344 मिलीग्राम
मैग्नीशियम100-150 मिलीग्राम
पोटेशियम400-500 मिलीग्राम
फास्फोरस130-250 मिलीग्राम
आयरन4-10 मिलीग्राम
जिंक2.3 मिलीग्राम
सोडियम45-50 मिलीग्राम

रागी (मडुआ) का उपयोग कैसे करें – Ragi Uses in Hindi

रागी का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है। 

  • आप रागी के आटे की रोटी बनाकर इसे सब्जी या दाल के साथ खा सकते हैं।
  • रागी, गुड़ और ड्राई फ्रूट्स की मदद से लड्डू बना सकते हैं। रागी के लड्डू बहुत ज्यादा स्वादिष्ट और हेल्दी होते हैं।
  • रागी से आप घर पर बिस्किट बना सकते हैं।
  • रागी का उपयोग इडली बनाने के लिए भी किया जाता है।
  • इससे आप डोसा भी बना सकते हैं। 
  • रागी का दलिया भी बनाया जा सकता है।

रागी के आटे के फायदे – Ragi Atta Benefits in Hindi

  • कैल्शियम से भरपूर होता है। 
  • अच्छी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। 
  • रागी का आटा फाइबर से भरपूर होता है।
  • इसमें अच्छी मात्रा में आयरन भी मौजूद होता है।  
  • यह ग्लूटेन फ्री होता है। 
  • रागी के आटे की रोटी डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभकारी होता है। 

रागी से बनाये जाने वाली कुछ रेसीपी – Ragi Recipe in Hindi

रागी से बनने वाली कुछ खास रेसेपी इस प्रकार है।

1.रागी के लड्डू – Ragi Balls Recipe

सामग्री

  • एक बड़ी कटोरी रागी
  • गुड़ (जरूरत के हिसाब से)
  • एक कटोरी देशी घी
  • सूखा नारियल (घिसा हुआ)
  • बारीक कटे ड्राई फ्रूट्स
  • गोंद पाउडर (छोटी आधी कटोरी)
  • एक चम्मच इलायची पाउडर

रागी के लड्डू बनाने का तरीका

  • एक बर्तन में घी को गर्म करने के लिए रख दें।
  • जब घी गर्म हो जाये तब उसमें रागी (मडुआ) मिलाएं और दोनों को बड़े चम्मच की मदद से चलाते रहें।
  • जब यह अच्छी तरह भून जाए, तब इसमें गोंद पाउडर मिक्स करें।
  • अब तीनों चीजों को आपस में अच्छी भून लें।
  • उसके बाद इसमें घीसा हुआ नारियल और कटे हुए ड्राई फ्रूट्स भी मिला लें।
  • एक मिनट अच्छे से चलाने के बाद गैस बंद कर दें।
  • उसके बाद इसमें पीसा हुआ गुड़ (गुड़ का चूरा) भी मिक्स कर लें।
  • फिर कुछ देर के लिए इसे ठंडा होने के लिए रख दें और उसके बाद हाथों से गोल-गोल लड्डू बना लें।

2. रागी का डोसा – Ragi Dosa Recipe

सामग्री

  • एक कप रागी का आटा
  • ¼ कप चावल का आटा
  • ½ कप सूजी
  • ½ कप दही
  • एक चम्मच जीरा 
  • हरि मिर्च
  • नमक (स्वादानुसार)

रागी डोसा बनाने का तरीका

  • सभी सामग्रियों को एक-एक करके बाउल में मिक्स कर लें।
  • अब इसमें लगभग एक कप पानी डालकर, इसे अच्छे से मिक्स करके, डोसा बैटर तैयार कर लें।
  • उसके बाद इसे 10-15 मिनट के लिए रखा छोड़ दें और फिर इसमें थोड़ा पानी और ऐड करें।
  • डोसे का एक फाइन बैटर रेडी है, अब आप इससे डोसा बना सकते हैं।

रागी के नुकसान – Ragi ke Nuksan

रागी के फायदे और उपयोग (madua benefits in hindi) जानने के बाद अब इसके कुछ नुकसान (ragi ke nuksan) भी जान लेते हैं। वैसे तो रागी पोषक तत्वों से भरपूर एक पोष्टिक खाद्य पदार्थ है, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन इसका अधिक सेवन करने से शरीर को कुछ नुकसान भी पहुंचा सकता हैं। इसके अधिक सेवन से पेट फूलना, पेट में ऐंठन, डायरिया, कब्ज आदि जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

रागी (मडुआ) में कैल्शियम ज्यादा होने के कारण किडनी स्टोन से पीड़ित व्यक्ति को इसका सेवन नहीं करना चाहिए (ragi ke nuksan)। शरीर में कैल्शियम की अधिक मात्रा को किडनी सही से फिल्टर नहीं कर पाती है, जिससे पथरी का खतरा बढ़ जाता है।

इसके अलावा थायरॉयड के मरीजों को भी रागी का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाएगी, इसके सेवन से समस्याएं बढ़ सकती हैं। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ

Q. भारत में रागी कहाँ पाया जाता है?

Ans. रागी की खेती ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है, भारत में रागी (मडुआ) का उत्पादन सबसे ज्यादा कर्नाटक में किया जाता है। इसके अलावा तमिलनाडु, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम व अरुणाचल प्रदेश में भी इसकी खेती की जाती है।  

Q. रागी में कितना कैल्शियम होता है

Ans. रागी कैल्शियम के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक हैं। National Institute of Nutrition के अनुसार 100 ग्राम रागी में लगभग 344 mg कैल्शियम पाया जाता है। इतना ज्यादा कैल्शियम किसी दूसरे अनाज में नहीं होता है।

Q. रागी में कितना प्रोटीन होता है?

Ans. रागी प्रोटीन का भी एक अच्छा स्रोत है। 100 ग्राम रागी में लगभग 7-8 ग्राम प्रोटीन मौजूद होता है। इसमें गेंहू के आटे के मुकाबले ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है।

Q. रागी की तासीर क्या है?

Ans. रागी की तासीर थोड़ी गर्म होती है। लेकिन एक सिमित मात्रा में आप किसी भी मौसम में इसका सेवन कर सकते हैं। सर्दियों में मौसम में रागी की रोटी खाने के फायदे जबरदस्त है, यह सर्दी, खांसी व जुकाम में भी फायदेमंद होती है।

Q. क्या रागी ग्लूटेन फ्री है?

Ans. जी हाँ, रागी एक ग्लूटेन फ्री अजान है। आप इसे अपनी ग्लूटेन फ्री डाइट में शामिल कर सकते हैं।   

निष्कर्ष – Conclusion

रागी (मडुआ) एक पोष्टिक आहार है इसमे कोई शक नहीं है। लेकिन आपको इसका अत्यधिक सेवन भी नहीं करना चाहिए। गेहूं व चावल की तरह दिनभर इसका सेवन नहीं करना चाहिए। आप दिन में एक बार इसका सेवन कर सकते हैं, सुबह के नाश्ते में रागी का सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है।

उम्मीद है कि रागी (मडुआ) खाने के फायदे और नुकसान से संबंधित यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। इस आर्टिकल में हमने रागी के फायदे (ragi ke fayde), रागी के उपयोग (ragi uses in hindi)और रागी के नुकसान (ragi ke nuksan) के बारे में जाना। अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं, हमें आपके सवालों का जवाब देने में खुशी होगी। “खुश रहें और अपनी सेहत का ख्याल रखें”।

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Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हो सकता। इजी लाइफ हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है, इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट इतियादी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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