Chakrasana Benefits in Hindi : आज हम योग के एक ऐसे आसन के बारे में जानेंगे जो पेट की चर्बी कम करने, चेहरे का ग्लो बढ़ाने, हार्ट को हेल्दी रखने, मेटाबॉलिज़्म को बूस्ट करने और पाचन क्रिया को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह आसन योग के कुछ खास आसनों में से एक है। हम बात कर रहे हैं चक्रासन की जिसे इंग्लिश में Wheel Pose के नाम से भी जाना जाता है।
बीमारियों के बढ़ते खतरे को देखते हुए अब पूरी दुनिया में योग का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लोग खुद को फिट और स्वस्थ रखने के लिए योग का सहारा ले रहे हैं। खासकर मोटापा कम करने के लिए इस समय योग से बेहतर कुछ नहीं है। एक सही डाइट के साथ कुछ योगासनों के नियमित अभ्यास से मोटापे को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। चक्रासन (chakrasana in hindi) भी कुछ ऐसे ही आसनों में से एक है, जो मोटापा कम करने में मदद कर सकता है।
चक्रासन के लाभ (chakrasana benefits in hindi) केवल मोटापा कम करने तक ही सिमित नहीं है, इसके कई सारे लाभ हैं। साथ ही इस आसन का अभ्यास सही तरीके से करना भी जरूरी होता है। गलत विधि से इस आसन का अभ्यास करने से शरीर को चोट भी लग सकती है। इस आर्टिकल में आगे हम चक्रासन के फायदे, चक्रासन करने की विधि (chakrasana karne ki vidhi) और इस आसन को करते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानेंगे। इसलिए इसे अंत तक पूरा पढ़े।
- चक्रासन योग क्या है – Chakrasana in Hindi
- चक्रासन करने के फायदे – Chakrasana Benefits in Hindi
- चक्रासन से पहले कौन से योगासन करें
- चक्रासन की विधि – Chakrasana Kaise Kare
- चक्रासन से बाद कौन से योगासन करें
- चक्रासन की सावधानियां – Precautions of Chakrasana in Hindi
- चक्रासन कब करना चाहिए
- चक्रासन कब नहीं करना चाहिए
- चक्रासन का विकल्प
- सारांश – Conclusion
- चक्रासन वीडियो
चक्रासन योग क्या है – Chakrasana in Hindi
चक्रासन (chakrasana) दो शब्दों से मिलकर बना है। चक्र+आसन, “चक्र” जिसका अर्थ हैं पहिया और “आसन” जिसका अर्थ है योग मुद्रा। इस तरह चक्रासन का मतलब “चक्र जैसी मुद्रा” से है। चक्रासन (chakrasana hindi) करते समय शरीर एक पहिये या चक्र के आकार की तरह दिखाई देता है, इसलिए इसे चक्रासन का नाम दिया गया है। कई लोग इसे व्हील पोज़ (wheel pose) भी कहते है।
चक्रासन करने के फायदे – Chakrasana Benefits in Hindi

1. पेट की चर्बी कम करने के लिए चक्रासन
पेट कम करने के लिए चक्रासन (wheel pose in hindi) एक बेहतरीन योगासन है, इसके निरन्तर अभ्यास से पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम किया जा सकता है। साथ कि कमर और साइड की चर्बी कम करने के लिए भी यह फायदेमंद होता है। पेट कम करने के लिए यह इतना कारगर है कि कुछ ही दिनों में आपको चक्रासन के लाभ (chakrasana ke labh) दिखने लग जाएंगे। लेकिन इसके साथ-साथ अपने खानपान का भी ध्यान रखना चाहिए।
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2. कमर के मसल्स को मजबूत बनाये
कमर की मसल्स और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए भी चक्रासन का अभ्यास फायदेमंद होता है। इसके नियमति अभ्यास से कमर मजबूत होती है और कमर में लचीलापन बढ़ता है। जिन लोगों को कमर दर्द की शिकायत रहती है वे किसी योग विशेषज्ञ की देखरेख में भी इसका अभ्यास करें तो बेहतर होगा। साथ ही जो लोग घंटों तक एक जगह बैठकर काम करते हैं, उनके लिए भी चक्रासन के फायदे (chakrasana benefits in hindi) अच्छे हो सकते हैं।
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3. जांघों को मजबूती प्रदान करें

चक्रासन (wheel pose) के नियमित अभ्यास से जांघो की मसल्स भी मजबूत होती है। इस आसन के अभ्यास के दौरान जांघों की मसल्स पर अच्छा-खासा खिंचाव पड़ता है, जससे ये मसल्स मजबूत और लचीली बनती है। कुछ लोगों की जांघों में बहुत ज्यादा फैट जमा है, इस फैट को कम करने के लिए भी चक्रासन (chakrasana) का अभ्यास फायदेमंद हो सकता है। साथ ही ध्यान रहे की शुरुआत में इस आसन का अभ्यास करने से जांघों, कमर और पेट की मसल्स में थोड़ा दर्द भी हो सकता है, लेकिन आप इस दर्द से घबराए न।
4. त्वचा के लिए चक्रासन के लाभ
चक्रासन के फायदे (benefits of chakrasana in hindi) की आगे बात करें तो इस आसन के अभ्यास से चेहरे पर चमक और लालिमा भी बढ़ती है। दरअसल, इस आसन को करने से चेहरे की ओर रक्त संचार बढ़ता है, जिससे चेहरे की त्वचा को काफी लाभ मिलता है। इसके नियमित अभ्यास से फाइन लाइन्स और रिंकल्स की समस्या में भी लाभ मिल सकता है। स्किन के लिए बेस्ट योगासन की लिस्ट में चक्रासन का नाम शामिल है।
5. पाचन शक्ति बढ़ाये

चक्रासन के नियमित अभ्यास से पाचन क्रिया को भी लाभ मिलता है और इससे पाचन शक्ति मजबूत होती है। पाचन शक्ति मजबूत होने से भोजन जल्दी और अच्छी तरह पचता है जिससे पेट से जुडी समस्याओं का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। जो लोग कमजोर पाचन शक्ति की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए चक्रासन और वज्रासन जैसे योग काफी ज्यादा लाभकारी साबित हो सकते हैं।
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6. फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए चक्रासन
फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए भी चक्रासन के लाभ (Benefits of chakrasana in hindi) अच्छे हैं। चक्रासन की अवस्था में छाती और फेफड़ों में खिंचाव आता है जिससे फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते है। इसके साथ ही फेफड़ो के स्वास्थ्य के लिए आप अपने खान-पान पर भी विशेष ध्यान दें।
7. बालों के लिए चक्रासन के फायदे

बालों के लिए भी चक्रासन (chakrasana) लाभकारी होता है। चक्रासन की अवस्था में सिर नीचे की ओर होता है जिससे स्कैल्प तक ब्लड अच्छी तरह पहुँचता है। जिससे बाल मजबूत होते है, बालों का झड़ना कम होता हैं और बालों की ग्रोथ अच्छी रहती है। चक्रासन के साथ साथ शीर्षासन और सर्वांगासन भी बालों के लिए फायदेमंद होते है।
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8. पेट की परेशानियों के लिए लाभकारी
पेट की परेशानियों जैसे गैस, एसिडिटी, कब्ज और अपच के लिए भी चक्रासन के लाभ (chakrasana ke fayde) अच्छे है। पेट की इन बीमारियों को दूर करने के लिए दवाई या चूर्ण का सहारा न लेकर नियमित योग का सहारा लेना चाहिए। पेट से जुड़ी समश्याओं के लिए बहुत से योगासन लाभकारी होते हैं और उनमें से चक्रासन (wheel pose in hindi) सबसे अच्छा है।
9. चक्रासन के मानसिक लाभ
शारीरिक लाभ के साथ-साथ चक्रासन के अभ्यास से मानसिक लाभ भी प्राप्त हो सकते हैं। यह तनाव व चिंता को कम करने में मदद करता है। साथ ही इसके अभ्यास से मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है। इसके अभ्यास से ब्रेन की ओर रक्त संचार बढ़ता है, जिससे ब्रेन के बंद पड़े पुर्जों मे नई जान आने लगती है।
10. चक्रासन के अन्य फायदे – Other Benefits of Chakrasana in Hindi
चक्रासन (wheel pose) से पांव, नितंब, पेट, छाती, कमर, कलाई और बाजुओं की मांसपेशियों पर दवाब पड़ता हैं जिससे ये मजबूत होती हैं। इसलिए शुरुआत में चक्रासन करने से शरीर के इन अंगों में दर्द हो सकता हैं जो वक्त के साथ अपने आप ही ठीक हो जाता हैं।
चक्रासन से पहले कौन से योगासन करें
चक्रासन करने की विधि (chakrasana kaise kare) जानने से पहले यह जानना भी जरूरी है की सीधा चक्रासन का अभ्यास हानिकारक हो सकता है, चक्रासन से पहले आपको अपनी बॉडी को थोड़ा वार्म जरूर कर लेना हैं जिससे की आपकी मसल्स पर एकदम से ज्यादा दबाव न पड़ें। चक्रासन (wheel pose) करने से पहले कमर, कलाई, गर्दन तथा पैर की मांसपेशियों का वार्मअप जरूर कर लें, इसके लिए आप ये योगासन कर सकते हैं।
- वज्रासन (vajrasana)
- बालासन (balasana)
- सेतुबंधासन (setubandhasana)
- हलासन (halasana)
- भुजंगासन (Bhujangasana)
चक्रासन की विधि – Chakrasana Kaise Kare
- चक्रासन योग (chakrasana) करने के लिए किसी साफ और शांत जगह का चुनाव करें
- जमीन पर चटाई बिछाए और कुछ देर रिलैक्स करें
- उसके बाद पीठ के बल सीधा लेट जाएं, दो से चार लंबी सांस लें
- अब अपने दोनों घुटनों को मोड़ें और एड़ियों को कूल्हों के पास लाए
- अब अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर दोनों हाथों की कोहनियां मोड़ लें
- हथेलियों को कंधे के ऊपर जमीन पर रख दें
- लंबी सांस ले और धीरे धीरे शरीर के बीच के हिस्से को ऊपर उठाएं
- नजरे दोनों हाथों के बीच एक जगह केंद्रित
- जब तक संभव हो इस अवस्था में रहे
- किसी प्रकार की कोई जोर जबरदस्ती न करें
- अंत में धीरे धीरे इस आसन से बाहर आ जाए
- ऐसा आप 2 से 3 बार कर सकते हैं
चक्रासन से बाद कौन से योगासन करें
- बालासन (balasana)
- सर्वांगासन (sarvangasana)
- हलासन (halasana)
- शवासन (savasana)
चक्रासन की सावधानियां – Precautions of Chakrasana in Hindi
चक्रासन करने से पहले कुछ जरूरी बातें जरूर जान लें, नहीं तो चक्रासन करने के फायदे की जगह चक्रासन के नुकसान झेलने पड़ सकते हैं।
- हृदय रोग, उच्च रक्तचाप की परेशानी में चक्रासन न करें।
- हर्निया की परेशानी में इस आसन को न करें।
- सायटिका की परेशानी में भी चक्रासन करने से बचे।
- गर्भवती महिलाओं को या आसन नहीं करना चाहिए।
- चक्रासन करने में कभी भी जोर जबरदस्ती न करें, धीरे धीरे इसका अभ्यास करें।
- चक्रासन करते समय अगर किसी भी प्रकार की कोई परेशानी लगे तो तुरंत इस आसन से बाहर आ जाएं
- अगर आपको किसी भी प्रकार की कोई भी गंभीर समस्या हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह से ही यह आसन करें।
चक्रासन कब करना चाहिए
चक्रासन (chakrasana hindi) करने का सबसे अच्छा समय सुबह का समय होता है। सुबह अच्ची तरह फ्रेश होकर शांत मन से इस आसन का अभ्यास करना चाहिए। ध्यान रहे की आपको सीधा सबसे पहले चक्रासन नहीं करना, चक्रासन से पहले आपको अपने शरीर को स्ट्रेच जरूर करना है खासकर कमर की हल्की फुल्की एक्सरसाइज जरूर कर लेनी है और उसके बाद ही इस आसन को करना है।
चक्रासन (wheel pose hindi) करने से पहले ऊपर बताए गए कुछ आसन भी अवश्य कर लें। अगर आपको सुबह समय न मिले तो आप शाम को सूरज ढलने से पहले भी चक्रासन इसका अभ्यास कर सकते है।
चक्रासन कब नहीं करना चाहिए
चक्रासन (chakrasana hindi) का अभ्यास कभी भी भोजन करने के तुरंत बाद नहीं करना चाहिए, साथ ही रात के समय भी चक्रासन नहीं करना चाहिए। खाना खाने के कम से कम 3 से 4 घंटे बाद ही चक्रासन का अभ्यास करना चाहिए। साथ ही बुखार, दस्त, पेट दर्द व अन्य शारीरिक परेशानियों में भी चक्रासन नहीं करना चाहिए। चक्रासन के फायदे पाने के लिए चक्रासन को सही समय पर करना आवश्यक होता हैं।
चक्रासन का विकल्प
कुछ लोगों के लिए चक्रासन (chakrasana in hindi) एक मुश्किल योग हो सकता है। लेकिन आप घबराए न चक्रासन की जगह आप सेतुबंधासन भी कर सकते हैं। अगर आपने कभी चक्रासन नहीं किया तो हमारी सलाह रहेगी की आप पहले कुछ दिन सेतुबंधासन करें। जब आप इसमें माहिर हो जाए उसके बाद चक्रासन का अभ्यास करें, यह चक्रासन करने का आसान तरीका है। सेतुबंधासन से भी आपको भरपूर लाभ मिलेंगे और इसका अभ्यास भी ज्यादा मुश्किल नहीं है।
सारांश – Conclusion
चक्रासन के लाभ ( benefits of chakrasana in hindi) पाने के लिए चक्रासन करने का सही तरीका पता होना बहुत जरूरी हैं। चक्रासन एक मुश्किल योग हैं और इसे आपको धीरे धीरे ही सीखना चाहिए। अगर आप जोर जबरदस्ती करके इसे एक दिन में ही सिखने की सोचेंगे, तो आपको चक्रासन के नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं।
चक्रासन की विधि पर ध्यान देकर, छोटी छोटी बातों को सीखे और उसके बाद ही चक्रासन का अभ्यास करें। उम्मीद हैं की आपको हमारा यह आर्टिकल चक्रासन के फायदे (chakrasana benefits in hindi) पसंद आया होगा और आपने इस पोस्ट के माध्यम से चक्रासन के बारे में बहुत कुछ सीखा होगा।
अगर फिर भी चक्रासन के बारे में आपका कोई सवाल हो तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स पर पूछ सकते हैं। इसके साथ ही आप इस पोस्ट को अपने सोशल मीडिया पेज पर भी शेयर कर सकते हैं और योग के विषय में हमारे अन्य आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।
चक्रासन वीडियो
चक्रासन को सही तरीके से समझने के लिए आप इसका वीडियो भी देख सकते हैं। नीचे दिए गए वीडियो में चक्रासन की विधि को सही तरीके से समझाया गया है। इस वीडियो से आपको चक्रासन की विधि को समझने में काफी मदद मिलेगी।
Video : Mind Body Soul
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