अर्जुनारिष्ट के फायदे (arjunarishta ke fayde) : अर्जुनारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग मुख्य रूप से ह्रदय को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए किया जाता है। दिल की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए अर्जुनारिष्ट के फायदे (arjunarishta benefits in hindi) बेहद शानदार हैं इसके उपयोग से दिल की कमजोरी, सीने में दर्द, हार्ट ब्लोकेज, ब्लड प्रेशर, हार्ट बीट्स का तेज होना, घबराहट व बेचेनी जैसी समस्याओं में काफी लाभ मिल सकता है।
यह दवा सिरप के रूप में आती है जिसमें अर्जुन की छाल, मुनक्का, गुड़, धाय के फूल, महुआ जैसे कई आयुर्वेदिक घटक मौजूद होते हैं। बहुत सी आयुर्वेदिक कंपनियां जैसे पतंजलि, डाबर व वेदनाथ द्वारा भी इसका निर्माण किया जाता है। इस आर्टिकल में हम अर्जुनारिष्ट के फायदे (arjunarishta benefits in hindi), खुराक, सेवन का सही तरीका व अर्जुनारिष्ट के नुकसान (arjunarishta ke nuksan) के बारे में जानेंगे। साथ ही किस कंपनी का अर्जुनारिष्ट सबसे अच्छा होता है, इसके बारे में भी जानेंगे।
अर्जुनारिष्ट क्या है – Arjunarishta in Hindi
अर्जुनारिष्ट (arjunarishta) एक आयुर्वेदिक सिरप है जो दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी होता है। अर्जुनारिष्ट का मुख्य घटक अर्जुन की छाल है। अर्जुन के वृक्ष के तने की बाहरी परत को अर्जुन की छाल कहा जाता है इसमें कई औषधीय गुण होते हैं। वैसे तो अर्जुन की छाल के कई फायदे हैं लेकिन इसे दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी माना जाता है। आयुर्वेद में अर्जुन की छाल को दिल के स्वास्थ्य के लिए सबसे ताकतवर जड़ी बूटी में से एक माना जाता है।
अर्जुन की छाल के अलावा अर्जुनारिष्ट में मुनक्का, गुड़, धाय के फूल व महुआ का इस्तेमाल भी किया जाता है, जिससे ह्रदय स्वास्थ के लिए इसके गुण और भी ज्यादा बढ़ जाते हैं। अर्जुनारिष्ट के फायदे (arjunarishta ke fayde in hindi) जानने से पहले इसके घटकों की खूबियों के बारे में जान लेते हैं।
यह भी पढ़े : चन्द्रप्रभा वटी के जबरदस्त फायदे और उपयोग का तरीका
अर्जुनारिष्ट के मुख्य घटक – Arjunarishta Ingredients in Hindi
अर्जुन की छाल : अर्जुन की छाल अर्जुनारिष्ट (arjunarishta in hindi) का मुख्य इंग्रीडिएंट है यह इंफेक्शन, सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, मूत्र रोग, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज व दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। मुख्यतः इसका इस्तेमाल काढ़े के रूप में किया जाता है।
धाय के फूल : धाय को धातकी के नाम से भी जाना जाता है यह एक माध्यम ऊंचाई का पौधा है जिसके फूल, फल, तने व पत्तों में औषधीय गुण होते हैं। अर्जुनारिष्ट में धाय के फूल का इस्तेमाल किया जाता है। यह पेट के कीड़े खत्म करने, डायबिटीज को नियंत्रित करने और दिल को स्वस्थ रखने के अलावा नकसीर, दस्त, ल्यूकोरिया, और दाद, खाज-खुजली जैसी समस्याओं के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है।
महुआ : महुआ भी एक गुणकारी जड़ी बूटी है इसके पत्तों, टहनी, फल और फूल का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। यह डायबिटीज को नियंत्रित करने, सूजन कम करने, इम्युनिटी को मजबूत बनाने, दांत दर्द में आराम पहुँचाने और पेट की समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।
यह भी पढ़े : नीरी सिरप के फायदे और उपयोग
दिल के स्वास्थ्य के लिए अर्जुनारिष्ट के फायदे – Arjunarishta Benefits in Hindi

अर्जुनारिष्ट (arjunarishta in hindi) में मौजूद मुख्य घटकों के बारे में जानने के बाद आपको अंदाजा हो चूका होगा की यह कितनी गुणकारी आयुर्वेदिक दवा है। इसके इस्तेमाल से कई शारीरिक समस्याओं को दूर किया जा सकता है। खासकर हार्ट से जुड़ी परेशानियों के लिए यह बेहद गुणकारी है। तो आइये दिल के स्वास्थ्य के लिए अर्जुनारिष्ट के फायदे जानते हैं।
- अर्जुनारिष्ट (arjunarishta) दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है यह दिल से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
- यह हृदय में रक्त के प्रभाव को सही रखता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।
- अर्जुनारिष्ट कार्डियो वैस्कुलर में सुधार करता है जिससे ब्लड प्रेशर को सामान्य स्तर पर लाने में मदद मिलती है।
- यह हार्ट की मांसपेशीयों को मजबूती प्रदान करता है और मांसपेशियों में ब्लड के प्रवाह को भी सही रखता है जिससे हार्ट ब्लोकेज का खतरा कम होता है।
- सीने में दर्द की शिकायत के लिए अर्जुनारिष्ट सिरप के फायदे (arjunarishta ke fayde) अच्छे हैं। यदि शारीरिक कार्य करने पर जैसे दौड़ने, भागने या एक्सरसाइज करते समय सीने में दर्द महसूस हो तो यह इस समस्या को दूर कर सकता है।
- यह ब्लड वेसल्स की कमजोरी को दूर करके उन्हें मजबूत बनाने में मदद करता है जिससे शरीर में रक्त का प्रभाव सही रहता है।
- हार्ट बीट्स बढ़ना यानी दिल की धड़कन का बढ़ना के लिए भी अर्जुनारिष्ट के फायदे (arjunarishta benefits in hindi) अच्छे हैं। यह हार्ट बीट्स को नार्मल करने में मदद करता है।
अर्जुनारिष्ट सिरप के कुछ अन्य फायदे – Arjunarishta Ke Fayde
- यह शरीर में मौजूद अवांछित पदार्थ यानी टॉक्सिन्स को भी बाहर निकालने में मदद करता है।
- घबराहट व बेचेनी जैसी समस्याओं के लिए भी अर्जुनारिष्ट का उपयोग (arjunarishta uses in hindi) किया जा सकता है।
- अर्जुनारिष्ट में कई प्रकार के खनिज मौजूद होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
- सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार जैसी समस्याओं के लिए भी अर्जुनारिष्ट सिरप के फायदे (arjunarishta ke fayde) अच्छे है।
- इसके अलावा यह बारबार या रुक-रूक कर पेशाब आना या पेशाब करते समय जलन महसूस होना जैसी समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है।
- अर्जुनारिष्ट (arjunarishta in hindi) में सूजन कम करने के गुण भी मौजूद होते हैं।
- यह कोलेस्ट्रोल और मोटापे को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
- साथ ही यह यौन शक्ति बढ़ाने में भी मददगार होता है और साथ ही स्पर्म की क्वालिटी को भी बेहतर बनाने में मदद करता है।
- अस्थमा की रोकथाम के लिए भी अर्जुनारिष्ट का उपयोग बेहद लाभकारी होता है।
अर्जुनारिष्ट के उपयोग – Arjunarishta Uses in Hindi
अर्जुनारिष्ट का उपयोग कई चीजों के लिए किया जा सकता है, नीचे इसके बारे में बताया गया है।
- दिल से जुड़ी समस्याओं के लिए
- मोटापे को नियंत्रित करने के लिए
- कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए
- बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए
- शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए
- मूत्र रोगों से राहत पाने के लिए
- अस्थमा से राहत पाने के लिए
- पाचन शक्ति को मजबूत बनाने के लिए
यह भी पढ़े
अर्जुनारिष्ट की सेवन विधि – How To Use Arjunarishta in Hindi
अर्जुनारिष्ट की खुराक (arjunarishta dosage) आयु, लिंग, रोग व शारीरिक स्थिति पर निर्भर करती है, इसलिए इसका सेवन हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए। सामान्य मामलों में 10-20 ML अर्जुनारिष्ट सीरप (arjunarishta syrup) को बराबर मात्रा में पानी के साथ मिक्स करके भोजन के लगभग 40-50 मिनट बाद लिया जाता है। खाली पेट इसे नहीं लेना चाहिए, 4-6 सफ्ताह तक इसका सेवन किया जा सकता है।
अर्जुनारिष्ट सिरप के सबसे अच्छे ब्रांड – Best Arjunarishta Syrup Brand in Hindi
भारत में कई आयुर्वेदिक कंपनियों द्वारा अर्जुनारिष्ट सिरप (arjunarishta in hindi) बनाया जाता है, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं।
1. पतंजलि दिव्य अर्जुनारिष्ट सिरप – Patanjali Arjunarishta Syrup in Hindi
भारत की फेमस आयुर्वेदिक कंपनी पतंजलि आयुर्वेद द्वारा अर्जुनारिष्ट सिरप का निर्माण किया जाता है। जिसमें मुख्य रूप से अर्जुन की छाल, मुनक्का, महुआ, गुड़ व धाय के फूल का इस्तेमाल किया गया है जो दिल से जुड़ी बीमारियों को दूर करने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। 450 ml पतंजलि दिव्य अर्जुनारिष्ट सिरप की किमित लगभग 100 रुपए के आसपास है। आप इसे पतंजलि स्टोर या ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
2. वैद्यनाम अर्जुनारिष्ट – Baidyanath Arjunarishta in Hindi
वैद्यनाम भी एक जानी-मानी आयुर्वेदिक कंपनी है। इसके द्वारा भी अर्जुनारिष्ट सिरप बनाया जाता है जिसमें अर्जुन की छाल, मुनक्का, महुआ, धाय के फूल व गुड़ का इस्तेमाल किया गया है। यह दिल को स्वस्थ रखने, श्वसन क्रिया को बेहतर बनाने, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और सर्दी-खांसी को दूर करने में मदद करता है। 450ml वैद्यनाम अर्जुनारिष्ट की कीमित 150-160 रुपए के आसपास है।
अर्जुनारिष्ट के नुकसान – Arjunarishta Side Effects in Hindi
अर्जुनारिष्ट के फायदे और उपयोग जानने के बाद अब इसके कुछ नुकसान भी जान लेते हैं। वैसे तो अर्जुनारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका कोई गंभीर नुकसान या साइड इफेक्ट्स नहीं है लेकिन फिर भी आपको डॉक्टर की सलाह से ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही कुछ मामलों में अर्जुनारिष्ट के सेवन से बचना चाहिए, जैसे
- गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- छोटे बच्चों (5 साल से कम) को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- मधुमेह के मरीजों को भी इसके सेवन से बचना चाहिए।
- अगर आप पहले से किसी तरह की दवा का सेवन कर रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह से ही इसका इस्तेमाल करें।
- साथ ही अधिक मात्रा में भी इसका सेवन न करें, इससे भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है।
अर्जुनारिष्ट सिरप कहाँ से खरीदें?
आप अपने आसपास किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर से इसे खरीद सकते हैं। इसके अलावा पतंजलि स्टोर में भी आपको यह आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। साथ ही आप इसे ऑनलाइन Amazon, Flipkart, 1MG, MedLife से भी खरीद सकते हैं। कोशिश करें की किसी विश्वसनीय आयुर्वेदिक कंपनी जैसे पतंजलि, वैद्यनाथ, या डाबर का ही अर्जुनारिष्ट खरीदें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ
Q. क्या अर्जुनारिष्ट सिरप को सुबह खाली पेट ले सकते हैं?
Ans. अर्जुनारिष्ट सिरप को खाली पेट न ही लेना है, इसे हमेशा भोजन के 40-50 मिनट बाद लेना चाहिए।
Q. अर्जुनारिष्ट का सेवन कैसे करें?
Ans. भोजन के 40-50 मिनट बाद 10-15 ml अर्जुनारिष्ट सिरप को बराबर मात्रा में पानी के साथ मिक्स करके लेना चाहिए।
Q. क्या शुगर के मरीज अर्जुनारिष्ट सिरप ले सकते हैं?
Ans. अर्जुनारिष्ट सिरप बनाने में गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है जिस वजह से शुगर के मरीजों को इसे लेने की सलाह नहीं दी जाती। इसलिए आपको इसके सेवन से बचना चाहिए।
Q. अर्जुनारिष्ट सिरप कितने समय तक लेना चाहिए?
Ans. आप डॉक्टर की सलाह से इसका उपयोग करें तो होगा। सामान्यतः 4-6 सफ्ताह तक इसका सेवन किया जा सकता है।
Q. दिन में कितनी बार सेवन करना चाहिए?
Ans. दिन में अधिकतम दो बार इसका सेवन कर सकते हैं। इसके ज्यादा सेवन से शरीर को नुकसान भी हो सकते हैं।
Q. क्या 5 साल के बच्चे को अर्जुनारिष्ट दे सकते हैं?
Ans. जी नहीं, 5 साल के बच्चे को इसके सेवन से बचना चाहिए या फिर डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करना चाहिए।
Q. क्या गर्भवती महिलाएं अर्जुनारिष्ट सिरप ले सकती हैं?
Ans. जी नहीं, गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
Q. किस कंपनी का अर्जुनारिष्ट सिरप सबसे अच्छा है?
Ans. आप वैद्यनाथ, पतंजलि या डाबर में से किसी भी कंपनी का अर्जुनारिष्ट सिरप ले सकते हैं।
Q. क्या सीने में दर्द के लिए इसका सेवन कर सकते हैं?
Ans. जी हाँ कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
Q. क्या इसकी आदत लग सकती है?
Ans. जी नहीं आपको इसकी आदत नहीं लगेगी।
निष्कर्ष – Conclusion
आजकल ह्रदय से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही है और इस वजह से रोज कई लोगों की जान भी जा रही हैं। इसलिए आज की तारिख में हृदय को स्वस्थ रखना बेहद जरुरी है। अर्जुनारिष्ट (arjunarishta in hindi) जैसी आयुर्वेदिक दवाओं की मदद से हृदय को स्वस्थ रखने और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में काफी मदद मिल सकती है। लेकिन इसका उपयोग किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक या डॉक्टर की देखरेख में ही करनी चाहिए।
उम्मीद है की अर्जुनारिष्ट के फायदे, उपयोग और नुकसान (arjunarishta ke fayde nuksan) से संबंधित यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। साथ ही इसी तरह की जानकारियों के लिए आप हमारे अन्य आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।
आपके लिए कुछ खास आर्टिकल
- आयुर्वेद के अनुसार खाना खाने का सही तरीका
- गिलोय सत्व के फायदे, उपयोग और नुकसान
- हिमालय पाइलेक्स टैबलेट के फायदे, उपयोग और नुकसान
- पतंजलि आरोग्य स्वरस के फायदे
इस आर्टिकल को शेयर करें