Cystone Syrup Uses in Hindi | सिस्टोन सिरप एक आयुर्वेदिक दवा है जो भारत की प्रशिद्ध आयुर्वेदिक कंपनी हिमालय द्वारा बनाई जाती है। इसका उपयोग मुख्य रूप से किडनी से जुड़ी समस्याओं के लिए किया जाता है। यह किडनी संक्रमण को दूर करने, किडनी स्टोन से राहत दिलाने व मूत्र रोगों को दूर करने में सहायक होती है। साथ ही सिस्टोन सिरप के कई अन्य फायदे (cystone syrup in hindi) भी हैं, जिनके बारे में हम आगे जानेंगे। साथ ही इसके सेवन का तरीका, खुराक और सावधानियों के बारे में भी जानेंगे।
सिस्टोन सिरप क्या है – Cystone Syrup in Hindi
सिस्टोन सिरप (cystone syrup) बिना डॉक्टर के पर्चे की मिलने वाली एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग किडनी संबंधी समस्याओं के लिए किया जाता है। इसमें गोखरू, पुनर्नवा, पाषाणवेदा, मुस्टा व शतावरी जैसे आयुर्वेदिक घटक मौजूद है। पेशाब में जलन, रुक-रुक कर पेशाब आना, गुर्दे की पथरी व गुर्दे के संक्रमण जैसे रोगों के लिए सिस्टोन सिरप के फायदे (cystone syrup Uses in hindi) अच्छे हैं।
सिस्टोन सिरप के घटक – Cystone Syrup Ingredients in Hindi
सिस्टोन सिरप (cystone syrup in hindi) एक आयुर्वेदिक दवा है जिसमें कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया गया है। इसमें मौजूद मुख्य घटकों की पूरी सूचि नीचे दी गई है साथ ही इनकी कुछ खास विशेषताओं के बारे में भी बताया गया है।
घटक | वैज्ञानिक नाम | मात्रा |
गोखरू (गोक्षुरा) | Tribulus Terrestris | 91 mg |
पुनर्नवा | Boerhaavia Diffusa | 67 mg |
पाषाणभेद | Saxifraga Ligulata | 53 mg |
नागरमोथा (मुस्ता) | Cyperus Rotundus | 42 mg |
शतावरी | Asparagus Racemosus | 21 mg |
कुलथा | Dolichos Biflorus | 21 mg |
उशीर | Vetriveria Zizanioides | 21 mg |
त्रिकटु | Triktu | 20 mg |
कर्चूर (काली हल्दी) | Curcuma Zedoaria | 14 mg |
चूर्ण (Powders) | ||
सेंधा (Saindhava) | – | 50 mg |
सुवार्चिका (Suvarchika) | – | 42.5 mg |
यवक्षार (Yavakshara) | – | 5 mg |
नर्सरा (Narasara) | – | 2.5 mg |
Cystone Syrup कैसे काम करता है?
सिस्टोन सिरप (cystone syrup) में मौजूद आयुर्वेदिक घटक गुर्दों में मौजूद विषाक्त तत्वों को नष्ट करके गुर्दों को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं, साथ ही यह गुर्दों की कार्यक्षमता को भी बढ़ाने में सहायक होते हैं। आइये इसमें मौजूद घटकों की कुछ खास विशेषताओं के बारे में जान लेते हैं।
पुनर्नवा (Punarnva)
पुनर्नवा एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो किडनी को डिटॉक्स करने का काम करती है। यह किडनी में मौजूद विषैले पदार्थों को दूर करने में सहायक होती है जिससे किडनी की संक्रमण का खतरा कम होता है, साथ ही यह गुर्दे की पथरी के लिए भी काफी उपयोगी जड़ी-बूटी है। इसके अलावा पुनर्नवा मोटापा, फैटी लिवर व पीलिया जैसी बीमारियों के लिए भी फायदेमंद है।
पाषाणभेद (Pashanbhed)
पाषाणभेद के पौधे का उपयोग जड़ी-बूटी के रूप में कई आयुर्वेदिक औषिधियों में किया जाता है। पथरी के उपचार के लिए इसे बेहद उपयोगी माना जाता है। यह पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर उसे मूत्र मार्ग से बाहर निकालने में मदद करती है। साथ ही यह मूत्र संक्रमण (UTI) के लिए भी बेहद उपयोगी है।
गोखरू (Gokshura)
सिस्टोन सिरप (cystone syrup in hindi) में गोखरू भी एक मुख्य घटक है। यह पेशाब संबंधी बिमारियों और पथरी रोग के लिए बेहद फायदेमंद आयुर्वेदक जड़ी बूटी है। साथ ही पाचन को दुरुस्त करने व यौन शक्ति को बेहतर बनाने के लिए भी गोखरू का उपयोग फायदेमंद होता है।
नागरमोथा (Nagarmotha)
नागरमोथा एक प्रकार का खर पतवार है जो धान की फसल के साथ होता है, आयुर्वेद में इसका उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। यह शरीर में मूत्र उत्पादन बढ़ाने, शरीर से दूषित पदार्थों की सफाई करने, सूजन कम करने, पाचन क्रिया को बेहतर बनाने, जोड़ों के दर्द में राहत देने, बुखार व सिर दर्द को दूर करने व बवासीर में राहत दिलाने में सहायक होता है।
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सिस्टोन सिरप के फायदे – Cystone Syrup Benefits in Hindi
- गुर्दों को स्वस्थ रखने में मदद करता है, गुर्दों के इन्फेक्शन को दूर करने की बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा है।
- सिस्टोन सिरप किडनी फंक्शन को बेहतर बनाने और उसकी कार्यक्षमता को बढ़ाने में काफी सहायक होता है।
- गुर्दे की पथरी (kidney stone) के लिए बेहद फायदेमंद है, यह पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित करके उसे मूत्र के रास्ते बाहर निकालने में मदद करता है।
- बार-बार पेशाब आने की समस्या के लिए भी सिस्टोन सिरप के फायदे (Cystone Syrup Uses in Hindi) अच्छे हैं।
- इसके अलावा यह खुलकर पेशाब न आना व पेशाब करते समय दर्द या जलन महसूस होना जैसी समस्याओं के लिए भी फायदेमंद है।
- साथ ही सिस्टोन सिरप शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बेहतर बनाने में मददगार होता है।
सिस्टोन सिरप का सेवन कैसे करें – Cystone Syrup Uses in Hindi
हिमालय सिस्टोन सिरप (Cystone Syrup in Hindi) एक आयुर्वेदिक दवा है जिस वजह से इसके साइड इफेक्ट्स की संभावना कम रहती है, लेकिन हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, जरुरी नहीं की प्रतेक व्यक्ति में यह दवा एक जैसा असर करें। इस दवा की उचित खुराक रोगी की उम्र, लिंग व वर्तमान स्वास्थ स्थिति पर निर्भर करती है, इसलिए बेहतर होगा की इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से ही किया जाए। सामान्य मामलों में सिस्टोन सिरप की सेवन विधि (Cystone Syrup Uses in Hindi) इस प्रकार हैं।
- बच्चे – आधा या एक चम्मच (2.4 – 5 ml) भोजन के बाद दिन में दो बार तक ले सकते हैं।
- व्यस्क – 2 चम्मच (5 – 10 ml) भोजन के बाद दिन में दो बार तक ले सकते हैं।
- बुजुर्ग – 2 चम्मच (5 – 10 ml) भोजन के बाद दिन में दो बार तक ले सकते हैं।
हिमालय सिस्टोन सिरप से जुडी सावधानियां – Himalaya Cystone Syrup Precautions in Hindi
- इसके अधिक सेवन से बचें, चिकित्सक द्वारा बताई गई मात्रा में ही इसका सेवन करें।
- बच्चों और गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह से ही सिस्टोन सिरप का उपयोग करना चाहिए।
- किसी भी तरह की गंभीर चोट, सर्जरी या बीमारी में भी डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करें।
- सिस्टोन सिरप का उपयोग ज्यादा लंबे समय तक न करें, डॉक्टर द्वारा बताई गई तय समय सीमा तक ही इसका उपयोग करें।
- इस्तेमाल से पहले एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें।
- इसमें लिखे दिशा-निर्देश भी अच्छी तरह पढ़ लें
हिमालय सिस्टोन सिरप के नुकसान – Himalaya Cystone Syrup Side Effects in Hindi
हिमालय सिस्टोन सिरप (Cystone Syrup) एक आयुर्वेदिक दवा है इसलिए इसके नुकसान की बहुत कम संभावना होती है। अगर डॉक्टर द्वारा बताए गए तरीके से इसका सेवन किया जाए तो इसके साइड इफ़ेक्ट की संभावना न के बराबर होगी। लेकिन यदि इसके इस्तेमाल से किसी भी तरह की परेशानी महसूस हो तो इसका सेवन बंद कर दें और डॉक्टर को इसके बारे में इसके जानकारी दें।
सिस्टोन सिरप की कीमत – Cystone Syrup Price
- हिमालय सिस्टोन सिरप 100 ml – 110 रुपए
- हिमालय सिस्टोन सिरप 200 ml – 170 रुपए
सिरप के अलावा यह दवा टैबलेट के रूप में भी उपलब्ध है जो हिमालय सिस्टोन टैबलेट (himalaya cystone tablet) के नाम से आती है, आप अपनी सुविधानुसार और डॉक्टर की सलाह से किसी का भी सेवन कर सकते हैं, दोनों का कार्य एक समान ही है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ
Q. हिमालय सिस्टोन सिरप किस काम आता है?
Ans. हिमालय सिस्टोन सिरप एक आयुर्वेदिक दवा है जो मुख्य रूप से किडनी से जुड़ी समस्याओं में काम आता है। साथ ही यह मूत्र रोगों के लिए भी बेहद उपयोगी होता है।
Q. क्या गर्भवती महिलाएं सिस्टोन सिरप का उपयोग कर सकती है?
Ans. गर्भवती महिलाओं को इसके उपयोग से बचना चाहिए। गर्भावस्था में किसी भी प्रकार की दवा का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह से न करें।
Q. सिस्टोन सिरप को किस समय लेना है?
Ans. इसे भोजन के बाद दिन में अधिकतम दो बार ले सकते हैं।
Q. क्या पेशाब में जलन के लिए सिस्टोन सिरप उपयोगी है?
Ans. जी हाँ, पेशाब में जलन, रुक-रुक कर पेशाब आना या खुलकर पेशाब न आना जैसी समस्याओं के लिए भी यह सिरप उपयोगी है।
Q. सिस्टोन सिरप कहाँ से खरीदें?
Ans. इसे आप अपने नजदीकी किसी भी हिमालय स्टोर या मेडीकल स्टोर से ले सकते हैं, साथ ही यह दवा आपको ऑनलाइन भी मिल जाएगी।
Q. क्या बच्चे इसका सिस्टोन सिरप ले सकते हैं?
Ans. बच्चों को डॉक्टर की सलाह से ही इसका सेवन करना चाहिए।
निष्कर्ष – Conclusion
सिस्टोन सिरप (cystone syrup in hindi) किडनी की हेल्थ के लिए एक बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा है। यह किडनी स्टोन व मूत्र रोगों को दूर करने में काफी मददगार होती है। लेकिन इसका उपयोग आपको डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए, बगैर डॉक्टर की सलाह के इसका उपयोग न करें। उम्मीद है की आपको सिस्टोन सिरप के फायदे व उपयोग (Cystone Syrup Uses in Hindi) से संबंधित यह लेख पसंद आया होगा और आपको इससे कुछ अच्छी जानकारी प्राप्त हुई होगी।
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Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हो सकता। इजी लाइफ हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है, इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट इतियादी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें, किसी भी नुकसान के लिए इजी लाइफ हिंदी जिम्मेदारी नहीं लेगा।
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