गिलोय सत्व के फायदे Giloy Satva Uses in Hindi : गिलोय सत्व (giloy satva) एक प्रकार की आयुर्वेदिक दवा है, जिसका इस्तेमाल कई प्रकार के रोगों के उपचार में किया जाता है। इसका मुख्य घटक गिलोय है, गिलोय के तने से इसका निर्माण किया जाता है। गिलोय सत्व (giloy sat) को आप घर पर बना सकते हैं या फिर आप इसे किसी आयुर्वेदिक स्टोर से भी खरीद सकते हैं। डाबर, पतंजलि व बैद्यनाथ जैसी आयुर्वेदिक कंपनियों द्वारा इसका निर्माण किया जाता है।
गिलोय सत्व (giloy sat) एक पॉवरफुल आयुर्वेद औषधी है, जो शरीर को विभिन्न प्रकार के खतरनाक रोगों से दूर रखने में मदद करती है। इस आर्टिकल में हम गिलोय सत्व के फायदे (giloy satva benefits in hindi), इसे घर पर बनाने का तरीका, गिलोय सत्व का उपयोग (giloy satva uses in hindi), खुराक, तासीर, सेवन विधि व नुकसान के बारे में जानेंगे। इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
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गिलोय क्या है? – What is Giloy
गिलोय (Tinospora Cordifolia) एक प्रकार की बेल है, जो मुख्य रूप से जंगलों व खेतों में पाई जाती है। जबकि शहरों में कुछ लोग इसे घरों की छत व बालकॉनी पर भी उगाते हैं। इसकी बेल मोटे रसे की तरह दिखाई देती है। गिलोय की एक खास पहचान है कि इसके पत्ते काफी हद तक पान के पत्तों की तरह दिखाई देते हैं। गिलोय के पत्तों में भी कई औषधीय गुण पाए जाते हैं।
गिलोय को गुडूची अमृता, अमृतवल्ली आदि नामों से भी जाना जाता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कई प्रकार के गंभीर रोगों के उपचार में गिलोय का उपयोग (giloy satva uses in hindi) किया जाता है। कोरोना वायरस 2019 के बाद लोगों के बीच गिलोय की मांग ज्यादा बढ़ी है।
गिलोय सत्व क्या है – Giloy Satva in Hindi
गिलोय सत्व (Giloy Satva), गिलोय (Tinospora Cordifolia) का निचोड़ होता है। जिसे पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। गिलोय के तने को छोटे-छोटे टुकड़ों को काट-पीट कर, एक लंबे प्रोसेस के बाद इसमें से स्टार्च को अलग करके गिलोय सत्व तैयार होता है। गिलोय सत्व के फायदे (giloy satva benefits in hindi) की बात करें तो यह इम्युनिटी बढ़ाने, बुखार में आराम पहुँचाने, लिवर को स्वस्थ रखने व पाचन को मजबूत करने में मदद करता है। इसके अलावा भी इसके कई अन्य फायदे हैं, जिनके बारे में हम आर्टिकल में आगे जानेंगे।
गिलोय सत्व के फायदे जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें –
गिलोय सत्व के फायदे – Giloy Satva Benefits in Hindi
गिलोय सत्व (Giloy Satwa), एक तरह से गिलोय का ही निचोड़ होता है और इसमें गिलोय के सभी गुण भी मौजूद होते हैं। यह पाउडर (चूर्ण) के रूप में उपलब्ध होता है, इसलिए इसका सेवन करना भी आसान हो जाता है। वह लोग भी आसानी से इसका उपयोग कर सकते हैं, जिनके आसपास गिलोय की बेल मौजूद नहीं होती है, बाजार में यह आसानी से उपलब्ध हो जाता है। गिलोय सत्व के फायदे (giloy satva ke fayde) इस प्रकार है।
1. बुखार में गिलोय सत्व का उपयोग
वायरल फीवर में गिलोय सत्व का उपयोग (giloy satva uses in hindi) बेहद फायदेमंद होता है। गिलोय में ज्वरनाशक गुण होते हैं, जो बुखार में तुरंत आराम पहुंचाने में मदद करते हैं। लंबे समय से चल रहे बुखार में भी यह असरदार होती है। हालाकिं इसका इस्तेमाल करने से पहले एक बार आपको डॉक्टर की सलाह भी अवश्य लेनी चाहिए।
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2. इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक
गिलोय सत्व (giloy sat) के इस्तेमाल से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है, जिससे शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। इसके इस्तेमाल से रोग दूर होते हैं और शरीर का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है। यह शरीर को विभिन्न प्रकार के वायरस से बचाने में भी मदद करता है।
3. सर्दी-खांसी के लिए गिलोय सत्व के फायदे
गिलोय सत्व के फायदे (giloy satva benefits in hindi) की आगे बात करें तो इसके सेवन से सर्दी, खांसी व जुकाम में भी आराम मिलता है। गिलोय में मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी व एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को इन बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। साथ ही छाती में जमे कफ को निकालने में भी गिलोय का सेवन फायदेमंद होता है। बदलते मौसम में इन बीमारियों का खतरा ज्यादा बढ़ जाता हैं, ऐसे में गिलोय सत्व का उपयोग काफी लाभकारी होता है।
4. विषाक्त तत्वों से छुटकारा
गलत खान-पान व प्रदूषण के कारण हमारे शरीर में बहुत से जहरीले व विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं, जो रोगों को बढ़ावा देने का कार्य करते हैं। गिलोय सत्व (giloy satva) के सेवन से इन विषाक्त पदार्थों से भी मुक्ति मिल सकती है। यह शरीर को डिटॉक्स करने का कार्य करता है, जिस वजह से शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर में रोग जल्दी से प्रवेश नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा गिलोय सत्व रक्त की सफाई में भी मददगार होता है।
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5. लिवर के लिए लाभकारी
लिवर के स्वास्थ्य के लिए भी गिलोय सत्व का उपयोग (giloy satva uses in hindi) बेहद लाभकारी माना जाता है। एक तरह से यह लिवर के लिए टॉनिक का कार्य करता है। साथ ही शरीर की अंदरूनी सफाई और विषाक्त पदार्थों के बाहर निकलने से भी लिवर स्वस्थ्य रहता है। इसके सेवन से लिवर से जुड़ी समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है।
6. पीलिया के लिए गिलोय सत्व का उपयोग
पीलिया रोग के लिए भी गिलोय एक बेहतरीन औषिधि है। पुराने समय से ही पीलिया के उपचार में गिलोय का उपयोग किया जाता रहा है। पीलिया के उपचार में आप किसी भी रूप में गिलोय का उपयोग कर सकते हैं इसके लिए आप गिलोय का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं, इसके पत्तों का रस निकालकर पी सकते हैं, गिलोय टैबलेट का उपयोग कर सकते हैं या फिर गिलोय सत्व (Giloy Sat) का इस्तेमाल कर सकते हैं। हर रूप में यह उपयोगी होता है।
7. मधुमेह के लिए गिलोय सत के फायदे
गिलोय सत्व के फायदे (giloy satva benefits in hindi) की आगे बात करें तो यह मधुमेह रोगियों के लिए भी बेहद लाभकारी होता है। गिलोय में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मददगार होते हैं। खासकर टाइप-2 डायबिटीज के लिए यह बेहद लाभकारी माना जाता है। गिलोय सत्व के अलावा गिलोय का जूस भी डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करता है।
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8. अस्थमा रोगियों के लिए लाभकारी
गिलोय सत्व (giloy satva) अस्थमा रोगियों के लिए भी लाभकारी होता है। गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, इसके अलावा इसके सेवन से सर्दी, खांसी व जुकाम में आराम मिलता है और शरीर की इम्युनिटी भी मजबूत होती है, इन छोटी-छोटी चीजों का अस्थमा रोगियों को काफी लाभ मिल सकता है।
गिलोय सत्व के कुछ अन्य उपयोग – Giloy Satva Uses in Hindi
गिलोय सत्व के कुछ अन्य उपयोग इस प्रकार है।
- डेंगू रोग की समस्या में भी गिलोय सत्व का उपयोग लाभकारी होता है।
- एनीमिया यानि शरीर में खून की कमी दूर करने में भी गिलोय सत्व का उपयोग फायदेमंद होता है।
- इसके सेवन से पाचन शक्ति मजबूत होती है और पाचन संबंधी समस्याएं दूर होती है।
- त्वचा संबंधी रोगों के लिए गिलोय का सत्व बेहद लाभकारी होता है।
- इसके अलावा गठिया रोग में भी इसका उपयोग करना फायदेमंद होता है।
- त्रिदोष को कम करने में गिलोय सत्व का उपयोग लाभकारी होता है।
- मूत्र रोगों के लिए गिलोय सत्व उपयोगी होता है।
घर पर गिलोय सत्व कैसे बनाये – Giloy Satva Kaise Banta Hai
गिलोय सत्व आप घर पर भी बना सकते हैं। घर पर गिलोय सत्व बनाने की विधि इस प्रकार है।
- गिलोय सत्व बनाने के लिए सबसे पहले गिलोय के कुछ तने इकट्ठा कर लें।
- उसके बाद गिलोय के तने के बाहरी लेयर को निकाल लें, इसकी हमें जरुरत नहीं है।
- अब गिलोय के तने को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर, किसी चीज की मदद से इसे कूट लें।
- कूटने के बाद इसमें पानी मिलाये और हाथों से इसे मैस करें और पूरी रात इसे पानी में रखा छोड़ दें।
- अगले दिन फिर इसे 10-15 मिनट तक हाथों से अच्छी तरह मसल लें। जिससे की इसमें मौजूद सारा स्टार्च अलग हो जाये।
- उसके बाद किसी साफ कपडे की मदद से इसे अच्छी तरह छान लें।
- छानने के बाद पानी को 2-4 घंटे के लिए ढककर छोड़ दें। जिससे की इसमें मौजूद स्टार्च नीचे बैठ जाये।
- उसके बाद पानी को आराम से अलग कर लें और बचे हुए स्टार्च को 2-3 दिन के लिए सूखने के लिए छोड़ दें।
- सूखने के बाद इसे आप मिक्सर में पीश लें, गिलोय सत्व बनकर तैयार है।
- आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
बेस्ट गिलोय सत्व ब्रांड इन इंडिया – Best Giloy Satva in India
गिलोय सत्व (Giloy Satva) बनाने में थोड़ा समय लगता है, ऐसे में अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं रहता तो फिर आप इसे बाजार से भी खरीद सकते हैं। भारत में बहुत सी जानी-मानी आयुर्वेदिक कंपनियां गिलोय सत्व बनाती है। जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
1. पतंजलि गिलोय सत्व (Patanjali Giloy Sat)
2. डाबर गिलोय सत्व (Dabur Giloy Satva)
3. वेदनाथ गिलोय सत्व (Baidyanath Giloy Satwa)
गिलोय सत्व के सेवन का तरीका – How To Use Giloy Satva
गिलोय सत्व (Giloy Sat) का सेवन आपको चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए। विभिन्न रोगों के उपचार में इसे अलग-अलग तरीकों से लिया जाता है। सामान्यतः एक से दो ग्राम गिलोय सत्व को गुनगुने पानी के साथ लिया जाता है।
गिलोय सत्व की तासीर
गिलोय सत्व की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसके अधिक सेवन से बचना चाहिए। चिकित्स्क द्वारा बताई गई मात्रा का ही सेवन करना चाहिए। इसके अधिक सेवन से शरीर को नुकसान भी हो सकते हैं। साथ ही इसका सेवन करते समय आपको दिनभर में खूब पानी पीना चाहिए।
गिलोय सत्व के नुकसान – Giloy Satva Side Effects Hindi
गिलोय सत्व के फायदे जानने के बाद अब इसके कुछ नुकसान के बारे में भी जान लेते हैं।
- गिलोय सत्व गर्म तासीर का होता है, इसलिए शायद कुछ लोगों को यह सूट न करें।
- यह रक्त में शुगर के स्तर को कम करता है, इसलिए जिनका शुगर स्तर कम रहता है, उन्हें इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को भी डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।
- छोटे बच्चों को भी इसका सेवन न करने की सलाह रहेगी।
- अगर आप किसी गंभीर रोग से पीड़ित है और इसके लिए दवाइयों का सेवन कर रहे हैं, तो भी आपको डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
- अगर आप गिलोय जूस या गिलोय का काढ़ा बनाकर पीते हैं, तो फिर आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ
Q. गिलोय सत्व की तासीर क्या है Giloy satva ki taseer kya hai?
A. यह गर्म तासीर का होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल ज्यादातर ठंड के कारण होने वाली बीमारियों के उपचार में किया जाता है।
Q. सबसे अच्छा गिलोय सत्व किस कंपनी का है Sabse accha giloy satva kis company ka hai?
A. भारत की कई जानी-मानी आयुर्वेदिक कंपनियां जैसे डाबर, पतंजलि व बैद्यनाथ गिलोय सत का निर्माण करती है, आप इनमें से किसी भी कंपनी का गिलोय सत ले सकते हैं।
Q. गिलोय सत के क्या फायदे है Giloy sat ke kya fayde hai?
A. गिलोय सत इम्युनिटी बढ़ाने, सर्दी खांसी व जुकाम से बचाव करने, डेंगू व चिकनगुनिया के बुखार में आराम पहुंचाने, मधुमेह को नियंत्रित करने जैसे कई रोगों के उपचार में काम आता है। गिलोय सत के फायदे के बारे में ऊपर लेख में डिटेल में बताया गया है।
Q. क्या गिलोय सत्व की जगह गिलोय का काढ़ा पी सकते हैं?
A. जी हाँ, गिलोय सत्व की जगह आप गिलोय का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। दोनों के लगभग एक समान लाभ हैं।
निष्कर्ष – Conclusion
गिलोय सत्व (giloy satva) एक बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि है, इसके इस्तेमाल से आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकते हैं और कई प्रकार के रोगों से दूर रह सकते हैं। यह गिलोय का एक अच्छा विकल्प है। अगर आपके आसपास गिलोय मौजूद नहीं है, तो फिर आप गिलोय की जगह इसका उपयोग कर सकते हैं।
इस लेख में हमने गिलोय सत्व के फायदे (giloy satva benefits in hindi), इसे बनाने की विधि, गिलोय सत्व का उपयोग (giloy satva uses in hindi) व नुकसान के बारे में जाना। उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा, अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। साथ ही आप हमें सोशल मीडिया पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं और अपने सवाल पूछ सकते हैं।
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Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हो सकता। इजी लाइफ हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है, इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट इतियादी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।