उष्ट्रासन (Camle Pose) के 10 बेहतरीन फायदे, विधि व सावधानियां | Ustrasana Benefits in Hindi

Ustrasana benefits in hindi | स्वस्थ व फिट रहने के लिए योग सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। वैसे तो सभी योगासन किसी न किसी प्रकार से शरीर के लिए लाभदायक होते हैं, लेकिन कुछ ऐसे योगासन भी है जिनके अभ्यास से शरीर के लगभग सभी अंगों को लाभ प्राप्त होते हैं। उष्ट्रासन (ustrasana in hindi) भी इन्ही योगासनों में से एक है। उष्ट्रासन करने के फायदे (ustrasana ke fayde) प्राप्त करने के लिए इसका सही विधि से अभ्यास जरूरी है और इसके अभ्यास के दौरान कुछ बातों का भी ध्यान रखना जरूरी होता है।

उष्ट्रासन योग का एक महत्वपूर्ण आसन हैं अन्य योगासन के साथ इसके अभ्यास से शरीर स्वस्थ व फिट रहता हैं। उष्ट्रासन के फायदे (ustrasana benefits in hindi) की बात करें तो पेट की अतिरिक्त चर्बी कम करने, रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने, पेट की समश्याओं से छुटकारा पाने व तनाव दूर करने में यह सहायक होता हैं। इसके साथ ही उष्ट्रासन के कई अन्य लाभ हैं जिनके विषय मे हम आर्टिकल में आगे जनेंगे।

उष्ट्रासन क्या हैं (ustrasana in hindi), उष्ट्रासन योग के फायदे, उष्ट्रासन करने की सही विधि, उष्ट्रासन योग में सावधानी व किन लोगों को उष्ट्रासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए के विषय में जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

उष्ट्रासन योग क्या हैं | Ustrasana (Camel Pose) in Hindi

उष्ट्रासन संस्कृत भाषा के दो शब्द उष्ट्र और आसन से मिलकर बना हैं। जिसमें “उष्ट्र” का अर्थ ऊंट और “आसन” का अर्थ बैठने की मुद्रा हैं। इस आसन को करते समय शरीर का आकार ऊंट के समान दिखाई पड़ता हैं और इसी वजह से इसे यह नाम दिया गया हैं। कुछ लोग इसे Camel Pose भी कहते हैं।

पढ़ना जारी रखें, आगे हमे camel pose के फायदे जानेंगे

उष्ट्रासन करने के फायदे | Camel Pose or Ustrasana Benefits in Hindi

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1. पेट की अतिरिक्त चर्बी कम होती हैं

पेट की बढ़ती चर्बी या मोटापा वर्तमान समय में लोगों की सबसे बड़ी समस्या बन गया हैं। भारत में ज्यादातर लोग मोटापे से पीड़ित हैं। मोटापा एक ओर जहाँ शरीर में रोगों को बढ़ावा देता हैं वहीं दूसरी ओर इसका विपरीत प्रभाव पर्सनालिटी पर भी दिखता हैं। ऐसे में मोटापे पर काबू पाने के लिए आप अन्य योगासन के साथ नियमित उष्ट्रासन का अभ्यास कर सकते हैं। उष्ट्रासन के अभ्यास से पेट की मांसपेसियों पर सबसे ज्यादा खिंचाव पड़ता हैं जिससे धीरे-धीरे पेट की अतिरिक्त चर्बी कम होने लगती हैं। शरीर को फिट व लचीला बनाने के लिए उष्ट्रासन योग के फायदे (ustrasana benefits in hindi) बेहतरीन हैं।

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2. पाचन तंत्र मजबूत बनता हैं

एक स्वस्थ जीवन-शैली प्राप्त करने के लिए पाचन तंत्र का मजबूत होना बेहद अहम होता हैं। पाचन तंत्र के कमजोर होने से शरीर को भोजन से प्राप्त पोषक तत्वों की सही से प्राप्ति नहीं हो पाती हैं जिस कारण शरीर में कई प्रकार की समस्याएं देखने को मिलती हैं। उष्ट्रासन (ustrasana in hindi) पाचन तंत्र मजबूत करने के लिए योगासन में सबसे प्रमुख हैं और इसके नियमित अभ्यास से पाचन तंत्र सही से कार्य करता हैं जिस कारण शरीर में खाया-पिया भी सही से लगता हैं।

3. पीठ व कंधे मजबूत होते हैं

उष्ट्रासन योग के फायदे (ustrasana ke fayde) की आगे बात करें तो यह पीठ व कंधों को भी मजबूत और शक्तिशाली बनाने में सहायक होता हैं। इस आसन के अभ्यास से पीठ और कंधों की मांसपेशियों पर अधिक खिंचाव पड़ता हैं जिस कारण ये मांसपेशियां मजबूत होती हैं। उष्ट्रासन के नियमित अभ्यास से आपको कभी भी पीठ या कमर दर्द की शिकायत नहीं हो सकती। जो लोग दिनभर एक जगह बैठकर कार्य करते हैं उन्हें कमर या पीठ दर्द से बचने के लिए उष्ट्रासन का अभ्यास जरूर करना चाहिए।

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4. शरीर में लचीलापन आता हैं

उष्ट्रासन (ustrasana in hindi) करने से जांघ, पेट, छाती, गर्दन, कमर, कंधे व हाथों की मसल्स स्ट्रैच होती हैं और इससे शरीर में लचीलापन आता हैं। शरीर को लचीला बनाने के लिए योगासन सबसे ज्यादा उपयोगी होते हैं और उष्ट्रासन ऐसे योगासन में से एक हैं।

5. पेट की समस्याओं के लिए उष्ट्रासन के फायदे

ष्ट्रासन के फायदे (ustrasana ke fayde) पेट से जुड़ी परेशानियों के लिए भी अच्छे हैं। पेट की गैस, कब्ज, एसिडिटी, अपच, पेट फूलना जैसी समश्याओं में उष्ट्रासन करने से लाभ होता हैं। पेट की इन समश्याओं की एक मुख्य वजह गलत खानपान हैं इसलिए योग के साथ-साथ अपने खानपान पर भी बराबर ध्यान दें और ऐसी चीजों का सेवन न करें जिससे पेट को नुकसान पहुंचे। शरीर में 90% बीमारियां पेट से जुड़ी होती हैं।

6. बॉडी पोस्चर में सुधार होता हैं

देखा गया हैं कि जो लोग घंटों एक ही जगह बैठकर कार्य करते हैं उनका बॉडी पोस्चर खराब होने लगता हैं। खराब बॉडी पोस्चर का सबसे ज्यादा बुरा असर पर्सनाल्टी पर पड़ता हैं इसलिए इस पर काम करना भी जरूरी होता हैं। आप उष्ट्रासन जैसे योगासन की मदद से बॉडी पोस्चर में सुधार कर सकते हैं और अपनी पर्सनाल्टी को बेहतर बना सकते हैं। बॉडी पोस्चर सुधारने के लिए उष्ट्रासन (ustrasana in hindi) एक बेहतरीन योगासन हैं।

7. रक्त संचार में सुधार होता हैं

उष्ट्रासन (camel pose in hindi) के अभ्यास से शरीर में रक्त संचार भी बेहतर होता हैं। जब आप इस योगासन का अभ्यास करेंगे तो आपको शरीर में गर्मी का अहसास होगा, ऐसा शरीर में रक्त संचार तेज होने के कारण होता है। इसके अभ्यास से शरीर के सभी अंगों तक रक्त का बहाव सही से होता है जिससे यह अंग सही से कार्य करते है।

8. त्वचा के लिए Camel Pose के फायदे

उष्ट्रासन के फायदे (ustrasana benefits in hindi) त्वचा के लिए भी अच्छे हैं, इसके नियमित अभ्यास से चेहरे पर निखार आता हैं, चेहरे की झुर्रियां कम होती हैं और चेहरा सुंदर और आकर्षक दिखता हैं। दरअसल, उष्ट्रासन के अभ्यास से चेहरे की ओर ब्लड फ्लो अच्छा होता है जिससे चेहरे की त्वचा को ये लाभ प्राप्त होते हैं। त्वचा के लिए योग का हर आसन लाभकारी होता है।

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9. तनाव कम करने में सहायक

उष्ट्रासन (camel pose in hindi) के अभ्यास से तनाव व चिंता से भी मुक्ति मिलती हैं और मन में चल रहे सभी नकरात्मक विचार दूर होते हैं, साथ ही इसके अभ्यास से अनिद्रा यानी नींद न आने की परेशानी भी दूर होती है। इस तरह उष्ट्रासन मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है।

10. मांसपेशियां मजबूत बनती हैं

उष्ट्रासन करने के लाभ (ustrasana ke labh) मांसपेसियों को भी प्राप्त होते हैं। इसके अभ्यास से पेट, कमर, कंधे व जांघों की मासपेशियां पर सबसे ज्यादा जोर पड़ता हैं जिस कारण ये मांसपेशियां मजबूत होती हैं। खासकर पेट, छाती और कमर की मांसपेशियों के लिए यह काफी लाभकारी होता है।

उष्ट्रासन करने का तरीका | How To Do Ustrasana or Camel Pose in Hindi

उष्ट्रासन के फायदे (ustrasana benefits in hindi) प्राप्त करने के लिए उष्ट्रासन करने की सही विधि भी आपको जरूर पता होनी चाहिए। गलत विधि से उष्ट्रासन का अभ्यास शरीर को क्षति भी पंहुचा सकता हैं। इसलिए बेहतर हैं कि आप पहले इसे करने की सही विधि जान लें और उसके बाद ही इसका अभ्यास करें।

  • जमीन पर योगा मैट बिछाकर घुटनों के बल में बैठ जाए।
  • आपके घुटने व कंधे एक लाइन में होने चाहिए।
  • पैरों के तलवे छत की तरफ तरफ होने चाहिए।
  • अब सांस लेते हुए रीढ़ की निचली हड्डी को आगे की और खींचे जिससे नाभि पर दबाव महसूस हो।
  • उसके बाद कमर को पीछे की ओर ले जाते हुए अपने हाथों से पैरों को कसकर पकड़ लें।
  • अपनी गर्दन पर ज्यादा तनाव न दें और कुछ देर स्थिति में ठहरने की कोशिश करें।
  • 15 से 60 सेकंड आप अपनी क्षमतानुसार इस आसन में रूक सकते हैं।
  • उसके बाद धीरे-धीरे इस आसन से बाहर आ जाए।
  • उष्ट्रासन की विधि बेहतर तरीके से समझने के लिए आप आर्टिकल में निचे दी गयी वीडियो भी देख सकते हैं। 

उष्ट्रासन योग में सावधानियां | Camel Pose Precautions in Hindi

  • उष्ट्रासन (camel pose) करते समय शरीर के साथ किसी प्रकार की कोई जोर जबरदस्ती न करें।
  • अगर आसन करने के दौरान आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी महसूस हो तो तुरंत आसन से बाहर आ जाए।
  • अगर आप गंभीर कमर या पीठ दर्द से जूझ रहे हैं तो इस आसन का अभ्यास न करें।
  • गर्भावस्ता में इस आसन का अभ्यास न करें।
  • गर्दन व कंधे की चोट में भी इस आसन का अभ्यास न करें।  
  • रक्तचाप की समस्या में उष्ट्रासन का अभ्यास न करें।
  • साइटिका व स्लिप डिस्क के मरीजों को भी इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
  • किसी भी प्रकार की गंभीर शारीरिक बीमारी से जूझ रहे लोगों को विशेषज्ञ की देखरेख में ही इसका अभ्यास करना चाहिए।

उष्ट्रासन करने से पहले कौन से योगासन करें

उष्ट्रासन से पहले आप इन योगासन का अभ्यास कर सकते हैं।

उष्ट्रासन करने के बाद कौन से योगासन करें

उष्ट्रासन के अभ्यास के बाद आप ये योगासन भी कर सकते हैं।

उष्ट्रासन करने का सही समय

सुबह का शांत वातावरण योग के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी माना जाता हैं। उष्ट्रासन (camel pose in hindi) का अभ्यास भी आप सुबह के समय कर सकते हैं। अगर किसी कारणवश आप इसका अभ्यास सुबह न कर पाए तो फिर आप शाम के समय भी इसे कर सकते हैं। ध्यान रहे की भोजन के तुरंत बाद उष्ट्रासन का अभ्यास न करें, भोजन करने के 4-5 घंटे बाद ही इसका अभ्यास करें। 

निष्कर्ष – Conclusion

उष्ट्रासन (ustrasana in hindi) एक बेहतरीन योगासन हैं और इसका अभ्यास भी ज्यादा कठिन नहीं हैं आप कुछ दिन के अभ्यास से इसे करना सिख सकते हैं। उम्मीद हैं की आपको इजी लाइफ हिंदी का यह लेख उष्ट्रासन के फायदे (ustrasana benefits in hindi) पसंद आया होगा। इस लेख में हमने उष्ट्रासन करने के फायदे (ustrasana ke fayde), उष्ट्रासन करने की विधि और उष्ट्रासन योग की सावधानियों के विषय में जाना।

अगर आपके मन में उष्ट्रासन योग को लेकर कोई भी सवाल हो तो आप हमे निचे कमेंट बॉक्स पर पूछ सकते हैं हम आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। साथ ही नीचे उष्ट्रासन का वीडियो भी एक बार जरूर देखें, इससे आपको काफी हेल्प मिलेगी। खुश रहे और अपनी सेहत का ख्याल रखें। 

उष्ट्रासन का वीडियो | Ustrasana Video in Hindi

Video Credit : VENTUNO YOGA

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ

Q. Camel Pose के फायदे क्या है

Ans. camel pose मोटापा कम करने, बॉडी को लचीला बनाने, बॉडी पोस्चर में सुधार करने, रक्त संचार बढ़ाने व कमर, छाती, पेट व जांघों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

Q. Camel Pose में कितनी देर ठहरना चाहिए

Ans. अपनी क्षमतानुसार आप 15 सेकंड से लेकर एक मिनट तक इस आसन में रुक सकते है, किसी प्रकार की कोई जोर जबरदस्ती न करें।

Q. इस आसन का अभ्यास कब करना चाहिए

Ans. सुबह का समय उष्ट्रासन के अभ्यास के लिए सबसे उपयुक्त होता है। साथ ही शाम के समय भी इसका अभ्यास किया जा सकता है, लेकिन ध्यान रखें की भोजन के 3-4 घंटे बाद ही इसका अभ्यास करना चाहिए।

Q. मेरा वजन कम है, क्या मुझे उष्ट्रासन करना चाहिए

Ans. जी हाँ, आपको इसका अभ्यास जरूर करना चाहिए। इसके अभ्यास से पाचन मजबूत होता है और भूख भी सही से लगती है, जिससे वजन बढ़ाने में आपको मदद मिल सकती है। योग के विषय में लोगों की बहुत गलत धारणा है की योग केवल ज्यादा वजन वाले लोगों को ही करना चाहिए, जबकि ऐसा नहीं है कम वजन वाले लोगों के लिए भी योग उतना ही लाभकारी होता है।

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