Trikonasana Benefits in Hindi : अगर आप योग प्रेमी हैं और काफी समय से योग करते आ रहे हैं, तो फिर आप योग के एक प्रसिद्ध आसन “त्रिकोणासन” (Trikonasana in hindi) के बारे में अवश्य जानते होंगे। त्रिकोणासन योग का एक ऐसा आसन हैं जिसके लाभ लगभग शरीर के सभी अंगों को मिलते हैं। पेट की चर्बी कम करने से लेकर चेहरे का ग्लो बढ़ाने तक त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana benefits in hindi) बेहतरीन हैं।
अगर आप योग के छेत्र में नए हैं और त्रिकोणासन के बारे में जानना चाहते हैं, तो इजी लाइफ हिंदी के इस आर्टिकल में आपको त्रिकोणासन (trikonasana in hindi) के विषय में पूरी जानकारी मिलेगी। इस आर्टिकल में हम त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana benefits in hindi), त्रिकोणासन करने की विधि, त्रिकोणासन करने का सही समय, सही तरीका और त्रिकोणासन करते समय किन चीजों का ध्यान रखें के विषय में जनेंगे।
- त्रिकोणासन क्या हैं – Trikonasana in Hindi
- त्रिकोणासन करने के फायदे
- त्रिकोणासन करने का तरीका
- त्रिकोणासन करने से पहले कौन से आसन करने चाहिए
- त्रिकोणासन करने के बाद कौन से आसन करने चाहिए
- त्रिकोणासन करते समय इन बातों का ध्यान रखें
- त्रिकोणासन करने का सही समय क्या हैं
- किन लोगों को त्रिकोणासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए
- निष्कर्ष – Conclusion
- त्रिकोणासन की वीडियो
- अक्सर पूछे जाने वाले सवाल FAQ
त्रिकोणासन क्या हैं – Trikonasana in Hindi

त्रिकोणासन दो शब्दों से मिलकर बना है “त्रिकोण” व “आसन”। जिसमें त्रिकोण का अर्थ है तीन कोणों वाला और आसन का अर्थ है मुद्रा है, इस तरह त्रिकोणासन का मतलब तीन कोणों वाली मुद्रा से हैं। त्रिकोणासन का अभ्यास करते समय शरीर त्रिकोण जैसी मुद्रा में होता हैं, जिस वजह से इस आसन को त्रिकोणासन (trikonasana in hindi) का नाम दिया गया हैं।
त्रिकोणासन का अभ्यास करने से शरीर की लगभग सभी मांसपेसियों पर दवाव पड़ता हैं जिस वजह से मांसपेशियां मजबूत और लचीली होती हैं। पेट और कमर की चर्बी कम करने के लिए त्रिकोणासन सबसे ज्यादा उपयोगी माना जाता हैं। साथ ही त्रिकोणासन के अभ्यास से शरीर के बैलेंस में भी सुधार होता हैं। त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana benefits in hindi) की एक लंबी लिस्ट हैं, जिसके बारे में हम आगे जनेंगे।
त्रिकोणासन करने के फायदे | Trikonasana Ke Fayde | Trikonasana Benefits in Hindi
उम्मीद हैं कि अब तक आप त्रिकोणासन क्या हैं, इस विषय में अच्छी तरह जान चुके होंगे और ऊपर दिखाए गई चित्र से भी इस आसन के बारे में एक अनुमान लगा चुके होंगे। अब हम त्रिकोणासन के फायदे या लाभ (benefits of trikonasana in hindi) के बारे में जनेंगे।
1. पेट की चर्बी कम करने में सहायक

गलत खानपान और कम शारिरिक गतिविधि के कारण पेट की बढ़ती चर्बी आज की तारीख में सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रही हैं। ऐसे में पेट की चर्बी कम करने के लिए त्रिकोणासन का अभ्यास बेहद फायदेमंद (trikonasana ke fayde) हो सकता हैं। सही खानपान के साथ अगर त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास किया जाए तो आप आसानी से पेट की बढ़ती चर्बी पर काबू पा सकते हैं।
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2. कमर और कूल्हों की चर्बी कम करने में लाभप्रद
पेट की चर्बी कम करने के साथ-साथ त्रिकोणासन में अभ्यास से कमर, साइड और कूल्हों की चर्बी भी कम की जा सकती हैं। त्रिकोणासन करने से कमर और कूल्हों पर खिंचाव पड़ता हैं जिससे यहाँ जमी अतिरिक्त चर्बी कम होती हैं और बॉडी फिट नजर आती हैं। पेट, कमर, साइड व कूल्हों की चर्बी कम करने के लिए आप त्रिकोणासन (trikonasana in hindi) के साथ-साथ कुछ अन्य योगासन भी कर सकते हैं। इस विषय मे आप यह आर्टिकल भी पढ़े।
3. कमर दर्द के लिए त्रिकोणासन के फायदे
त्रिकोणासन करने के फायदे (trikonasana benefits in hindi) की आगे बात करें तो इसके अभ्यास से कमर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं जिससे आप कमर दर्द से दूर की समस्या से बच सकते हैं। आज के समय मे कमर दर्द की शिकायत आम हो चुकी हैं। एक ही जगह पर ज्यादा देर बैठे रहने या लेटे रहने, भोजन में पोषक तत्वों की कमी, गलत तरीके से उठना बैठना आदि कमर दर्द के कुछ मुख्य कारण हैं। अगर आप इन सभी चीजों का ध्यान रखें और नियमित त्रिकोणासन का अभ्यास करें तो आप कमर दर्द से बच सकते हैं।
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4. पाचन क्रिया सुधारने में सहायक

पाचन तंत्र के लिए भी त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana benefits in hindi) अच्छे हैं। पाचन तंत्र का खराब रहना, शरीर में कई समश्याओं को बढ़ावा देता हैं। पाचन क्रिया में खराबी के कारण भोजन से प्राप्त पोषक तत्व भी शरीर को सही से प्राप्त नहीं हो पाते हैं और पेट की समश्याएं भी बनी रहती हैं। ऐसे में आप त्रिकोणासन के अभ्यास से पाचन क्रिया को दुरूस्त रख सकते हैं और रोगों से शरीर की रक्षा कर सकते हैं।
5. मेटाबॉलिस्म सुधारने में सहायक
त्रिकोणासन के अभ्यास से मेटाबॉलिस्म भी सही से कार्य करता हैं। मेटाबॉलिस्म के बूस्ट होने से मोटापा कम करने में मदद मिलती हैं और शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति भी प्राप्त होती हैं। बढ़ती उम्र, गलत खानपान और कम शारीरिक गतिविधि के कारण मेटाबॉलिस्म स्लो पड़ने लगता हैं, ऐसे में मेटाबॉलिस्म को बूस्ट करने के लिए योग एक अच्छा जरिया हैं।
6. तनाव और चिंता दूर करने में सहायक

त्रिकोणासन के अभ्यास से दिमाग की तरफ रक्त संचार बढ़ता हैं जो दिमाग के लिए फायदेमंद होता हैं। त्रिकोणासन के अभ्यास से तनाव व चिंता दूर होती हैं, नींद में सुधार होता हैं, मूड फ्रेश होता हैं व दिमाग को शांति प्राप्त होती हैं। साथ ही एकाग्रता बढ़ाने के लिए भी त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana ke fayde in hindi) अच्छे हैं।
7. मांसपेशियां मजबूत होती हैं
त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana benefits in hindi) के बारे में आगे बात करें तो इससे शरीर की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। त्रिकोणासन करने से कमर, कंधे, जांघ, पेट, गर्दन व कूल्हों की मांसपेसियों पर सबसे ज्यादा जोर पड़ता हैं, जिस वजह से ये मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
अगर आप योग के छेत्र में नए हैं और आपने अभी अभी योग करना शुरू किया हैं तो हो सकता हैं कि त्रिकोणासन करने से कुछ दिन आपकी मांसपेसियों में दर्द रहे, लेकिन आपको इस दर्द से बिल्कुल भी नहीं घबराना, वक्त के साथ यह दर्द अपने आप ही ठीक हो जाता हैं।
8. चेहरे के लिए त्रिकोणासन के फायदे
त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana ke fayde) चेहरे के लिए भी अच्छे हैं। इस आसन के अभ्यास से शरीर मे रक्त संचार बढ़ता हैं जिसका लाभ चेहरे को भी मिलता हैं। नियमित त्रिकोणासन का अभ्यास करने से चेहरे का ग्लो बढ़ता हैं, झुर्रियां कम होती हैं और चेहरा सुंदर और आकर्षक दिखाई देता हैं।
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9. बालों के लिए त्रिकोणासन करने के फायदे
चेहरे के साथ-साथ बालों के लिए भी त्रिकोणासन फायदेमंद होता हैं। सिर की तरफ ब्लड फ्लो बढ़ने से बाल मजबूत होते हैं और बालों का झड़ना व टूटना बंद होता हैं। हालांकि, बालों को मजबूत बनाने के लिए अच्छा और पौष्टिक खानपान भी बेहद जरूरी होता हैं, इसलिए आप इसका भी ध्यान दें।
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10. शरीर में ऊर्जा बढ़ाने में सहायक
योग करने का सबसे बड़ा लाभ यह हैं कि इससे शरीर का आलस और ढीलापन दूर होता हैं और शरीर मे ऊर्जा का विकास होता हैं। त्रिकोणासन भी शरीर मे एनर्जी व स्टैमिना बढ़ाने के लिए काफी उपयोगी हैं, त्रिकोणासन के अभ्यास के बाद आपको इसका अहसास अवश्य देखने को मिलेगा।
त्रिकोणासन करने का तरीका (विधि) | How To Do Trikonasana in Hindi
त्रिकोणासन के लाभ प्राप्त करने के लिए जरूरी हैं कि आप इसका अभ्यास सही तरीके से करें। गलत तरीके से त्रिकोणासन का अभ्यास करने से शरीर मूर्छित भी हो सकता हैं। इसलिए त्रिकोणासन करने की विधि या तरीका आपको अवश्य पता होना चाहिए।
त्रिकोणासन कैसे करें
- सबसे पहले बॉडी को थोड़ा स्ट्रेच करें, जिससे बॉडी त्रिकोणासन के अभ्यास के लिए तैयार हो जाये और इससे चोट का खतरा भी कम होगा।
- त्रिकोणासन के अभ्यास के लिए खुली जगह का चुनाव करें।
- अब योगा मैट बिछाकर सीधा खड़े हो जाएं। पैरों के बीच थोड़ी दूरी बनाए और हाथों को शरीर से सटाकर रखें।
- उसके बाद अपने दोनों हाथों को कंधे की सीध में फैला दें।
- उसके बाद सांस अंदर लेते हुए अपने दाएं हाथ को ऊपर उठाएं
- अब अपने बाएं पैर को थोड़ा बाहर की ओर मोड़ दें
- अब सांस बाहर छोड़ते हुए कमर को धीरे-धीरे बायीं ओर झुकाएं।
- अपने बाएं हाथ से बाएं पैर के टखने को छूने की कोशिश करें, अगर तखना न छू पा रहे हो तो भी कोई बात नहीं हैं, जहाँ तक संभव हो वही तक हाथ ले जाएं।
- इस बीच आपकी नजर ऊपर की ओर होनी चाहिए और सांस लेते, छोड़ते रहें।
- इस स्थिति में थोड़ी देर रूकने की कोशिश करें।
- फिर सामान्य स्थिति में आकर यह प्रक्रिया दूसरे छोर के लिए भी दोहराएं।
- त्रिकोणासन की विधि ओर अच्छे से समझने के लिए आप निचे दिया गया वीडियो भी देख सकते हैं।
त्रिकोणासन करने से पहले कौन से आसन करने चाहिए
त्रिकोणासन (trikonasana yoga in hindi) से पहले आपको ऐसे आसनों का अभ्यास करना चाहिए जिससे आपके कूल्हों, कमर, गर्दन और पैरों की मांसपेशियां अच्छी तरह खुल जाए। इसके लिए आप यह आसन कर सकते हैं।
- वज्रासन
- बालासन
- उत्तानासन
- सूर्य नमस्कार
त्रिकोणासन करने के बाद कौन से आसन करने चाहिए
त्रिकोणासन (trikonasana in hindi) के अभ्यास के बाद कमर को आराम देने के लिए आप बालासन का अभ्यास कर सकते हैं। बालासन के बाद अंत मे सवासन का अभ्यास भी जरूर करें। सवासन से पूरा शरीर रिलैक्स हो जाता हैं और मन शांत होता हैं।
त्रिकोणासन करते समय इन बातों का ध्यान रखें
- त्रिकोणासन से पहले बॉडी को स्ट्रेच जरूर करें।
- त्रिकोणासन में शरीर के साथ कोई जोर जबरदस्ती न करें, बहुत से लोग टखने या पैर को छूने की जबरदस्ती करते हैं जिससे वह अपने आप को मूर्छित कर बैठते हैं। अपने हाथ नीचे वहीं तक ले जाएं जहाँ तक आपसे संभव हो रहा हो।
- त्रिकोणासन की स्थिति में कम से कम 15 से 30 सेकंड रूकने की कोशिश करें।
- इस आसन के अभ्यास के दौरान सांस रोक के न रखें।
- भोजन करने के बाद त्रिकोणासन का अभ्यास न करें।
त्रिकोणासन करने का सही समय क्या हैं
त्रिकोणासन (trikonasana yoga in hindi) के अभ्यास का सबसे उत्तम समय सुबह का समय हैं। सुबह फ्रेश होने के बाद आप इसका अभ्यास कर सकते हैं। साथ ही अगर किसी कारणवश आप त्रिकोणासन का अभ्यास सुबह न कर पाएं तो शाम के समय भी आप इसका अभ्यास कर सकते हैं। ध्यान रहे कि भोजन करने के बाद त्रिकोणासन का अभ्यास न करें।
किन लोगों को त्रिकोणासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए
- तेज कमर दर्द से पीड़ित व्यक्ति को त्रिकोणासन के अभ्यास से बचना चाहिए या फिर योग विशेषज्ञ की देखरेख में ही इस आसन का अभ्यास करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को भी योग विशेषज्ञ की देखरेख में ही इस आसन का अभ्यास करना चाहिए या इस आसन के अभ्यास से बचना चाहिए।
- जिन लोगों को घुटनों से संबंधित कोई परेशानी हो उन्हें भी इस त्रिकोणासन के अभ्यास से बचना चाहिए।
- गर्दन दर्द से जूझ रहे लोगों को भी यह आसन नहीं करना चाहिए।
- दस्त, सिर दर्द, बुखार, आदि में भी त्रिकोणासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
- रक्तचाप से पीड़ित व्यक्तियों को त्रिकोणासन (trikonasana yoga in hindi) नहीं करना चाहिए।
- कुल मिलाकर किसी भी गंभीर बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति को विशेषज्ञ की सलाह से ही त्रिकोणासन का अभ्यास करना चाहिए।
निष्कर्ष – Conclusion
त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana benefits in hindi) जानने के बाद अब आपके मन मे भी त्रिकोणासन करने का विचार अवश्य आ रहा होगा। ज्यादा सोचिए मत और आज से ही इसका अभ्यास आरंभ कर दें। यह एक ऐसा आसन हैं जो आपको हर तरीके से स्वस्थ व फिट रखने में मदद करेगा, साथ ही त्रिकोणासन (trikonasana in hindi) का अभ्यास भी ज्यादा कठिन नहीं हैं, सभी उम्र के लोग आसानी से इसका अभ्यास कर सकते हैं।
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त्रिकोणासन की वीडियो
Video Credit – VENTUNO YOGA
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल FAQ
Q. त्रिकोणासन किसे नहीं करना चाहिए
Ans. तेज कमर दर्द, स्लिप डिस्क, रक्तचाप, सायटिका व अल्सर से पीड़ित लोगों को इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए। जबकि गर्भवती महिलाओं को योग विशेषज्ञ की देख रेख में ही इसका अभ्यास करना चाहिए।
Q. क्या त्रिकोणासन करने से पेट कम हो सकता है
Ans. त्रिकोणासन करने से पेट और कमर के आसपास की चर्बी कम होती है। लेकिन साथ ही आपको अपनी डाइट का भी ख्याल रखना होगा। कोई भी योगासन या एक्सरसाइज मोटापा या पेट कम करने में तभी मददगार हो सकती है जब आपकी डाइट अच्छी होगी।
Q. क्या त्रिकोणासन का अभ्यास शाम के समय कर सकते हैं
Ans. जी हाँ इसका अभ्यास आप शाम के समय भी कर सकते हैं
Q. इस आसन में कितनी देर ठहरना चाहिए
Ans. अपनी क्षमतानुसार आप 15 सेकंड से लेकर 60 सेकंड तक त्रिकोणासन में रुक सकते हैं
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