पवनमुक्तासन के फायदे, विधि और नुकसान | Pawanmuktasana Benefits in Hindi

pawanmuktasana benefits in hindi : क्या आप पेट की गैस की समस्या से परेशान रहते हैं, कमर में दर्द रहता है या भोजन जल्दी हजम नहीं होता। अगर आपका जवाब हाँ में है, तो आपको आज हम योग के एक ऐसे आसन के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी इन सभी समस्याओं को दूर करने में काफी मदद कर सकता है। 

हम बात कर रहे हैं “पवनमुक्तासन” (pawanmuktasana in hindi) के बारे में। पवनमुक्तासन योग के कुछ अहम आसनों में से एक है जो शरीर को स्वस्थ व फिट रखने के साथ-साथ मानसिक तनाव व चिंता को भी कम करने में मदद करता है। साथ ही पेट की समस्याओं के लिए पवनमुक्तासन के लाभ (pawanmuktasana ke fayde) किसी दवा से कम नहीं हैं। खासकर पेट की गैस की समस्या के लिए यह एक बेहद लाभकारी आसन है।

पवनमुक्तासन एक बेसिक योगासन है, जिसका अभ्यास आसानी से किया जा सकता है। लेकिन इसके अभ्यास के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना होता है, गलत विधि से किया गया योगाभ्यास शरीर को मूर्छित भी कर सकता है और आपको पवनमुक्तासन के नुकसान झलने पड़ सकते हैं। इसलिए इस लेख में हम पवनमुक्तासन के फायदे (pawanmuktasana benefits in hindi) के अलावा, इसके अभ्यास की सही विधि व सावधानियों के बारे में भी जानेंगे।

पवनमुक्तासन क्या है – Pavanamuktasana in Hindi

pawanmuktasana in hindi

पवनमुक्तासन (pawanmuktasana) संस्कृत भाषा के तीन शब्दों पवन+मुक्त+आसन से मिलकर बना है। पवन का अर्थ ‘वायु’, मुक्त का अर्थ ‘छोड़ना या रिलीज करना’ और आसन का अर्थ ‘योग मुद्रा’ से है। इस आसन के अभ्यास से शरीर में मौजूद अनावश्यक वायु यानी गैस बाहर निकलती है और पेट व पाचन से जुड़ी कई तरह की समस्याएं दूर होती हैं।

इस आसन के नियमित अभयस से पेट की गैस, एसिडिटी, अपच व कब्ज जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है। साथ ही इससे शारीरिक व मानसिक थकान भी दूर होती है। इसके अलावा भी पवनमुक्तासन के फायदों (pawanmuktasana benefits in hindi) की एक लंबी लिस्ट है, जिनके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।

पवनमुक्तासन के फायदे व लाभ – Pawanmuktasana Benefits in Hindi 

Pawanmuktasana Benefits in Hindi

पवनमुक्तासन के लाभ (pawanmuktasana benefits in hindi) उन लोगों के लिए बेहतरीन हैं, जो दिनभर बैठ के काम करते हैं या जिन्हें पेट से जुड़ी समश्याएं रहती हैं। पवनमुक्तासन के फायदे इस प्रकार हैं।

1. पेट की गैस के लिए

ऑयली व फास्ट फूड का सेवन, कम शारिरिक गतिविधि और अनियमित जीवनशैली के कारण अक्सर लोगों के पेट में गैस की समस्या होने लगती हैं। जहां ये बीमारी पहले केवल बुजुर्गों में देखने को मिलती थी, वहीं अब बच्चे और नोजवान भी इससे पीड़ित हैं।

पेट की गैस से छुटकारा दिलाने में पवनमुक्तासन (pawanmuktasana in hindi) आपकी काफी हद तक मदद कर सकता हैं। इस आसन के नियमित अभ्यास से पेट की अतिरिक्त गैस से निजात मिलता हैं और पेट स्वस्थ और फिट रहता हैं। पेट की गैस के लिए पवनमुक्तासन के फायदे (pawanmuktasana benefits in hindi) आपको इसके अभ्यास के पहले दिन से ही देखने को मिल जाएगा।

2. कमर दर्द के लिए पवनमुक्तासन के फायदे

आज की तारीख में कमर दर्द भी एक आम समस्या हैं। बढ़ती उम्र के साथ कमर दर्द होना एक आम बात हैं। लेकिन अगर बच्चों और नोजवानों को भी कमर दर्द की शिकायत रहने लगे, तो यह एक चिंता का विषय बन जाता हैं।

कमर दर्द से बचने के लिए पवनमुक्तासन काफी मददगार (pawanmuktasana ke fayde) होता हैं। इस आसन के अभ्यास से कमर का निचला हिस्सा अच्छे से स्ट्रेच होता हैं, जिससे कमर दर्द में आराम मिलता हैं और कमर मजबूत होती हैं। अगर आप दिन के 8 से 10 घंटे एक जगह बैठकर कार्य करते हैं, तो आपको पवनमुक्तासन (pavanamuktasana in hindi) का अभ्यास अवश्य करना चाहिए।

3. पाचन शक्ति बढ़ाने में सहायक

एक अच्छे स्वास्थ्य और फिट शरीर के लिए पाचन तंत्र का मजबूत रहना बेहद जरूरी होता हैं। पाचन तंत्र की कमजोरी के कारण भोजन से मिलने वाले पोषक तत्व शरीर को प्राप्त नहीं हो पाते हैं। जिससे शरीर में कई प्रकार की समश्याएं उतपन्न होने लगती हैं।

पवनमुक्तासन के लाभ (benefits of pawanmuktasana in hindi) पाचन तंत्र को मजबूत रखने के लिए भी बेहद अच्छे हैं। इसके नियमित अभ्यास से पाचन अंगों की मसाज होती हैं, जिससे यह अंग बेहतर ढंग से कार्य करते हैं। पाचन तंत्र के मजबूत होने से शरीर को कई बीमारियों से मुक्ति मिलती हैं।

4. तनाव दूर करने में सहायक

तनाव और चिंता शारिरिक और मानिसक दोनों प्रकार की बीमारियों को जन्म देते हैं। ज्यादातर बड़ी बीमारियों का एक मुख्य कारण तनाव ही होता हैं। तनाव दूर करने के लिए पवनमुक्तासन के फायदे बेहद अच्छे हैं। इस आसन के अभ्यास से मन एकाग्र रहता हैं, दिमाग शांत रहता हैं और तनाव, अनिद्रा व चिंता जैसे मानसिक समश्याएं दूर होती हैं।

5. मोटापा के लिए पवनमुक्तासन के लाभ

मोटापे की बीमारी से आजकल हर दूसरा व्यक्ति जूझ रहा हैं। हर घर मे आपको मोटापे से पीड़ित व्यक्ति मिल जाएगा। मोटापा एक ओर जहाँ पर्सनल्टी को खराब करने का काम करता हैं, वहीं कई बीमारियों को भी जम्म देता हैं। डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम, हाई कोलेस्ट्रॉल, पेट की गैस व कब्ज जैसी हजारों बीमारियों का कारण मोटापा ही होता हैं।

अगर खानपान पर थोड़ा ध्यान देकर, नियमित योगाभ्यास किया जाए तो मोटापे पर आसानी से काबू पाया जा सकता हैं। मोटापा या पेट कम करने के योग में पवनमुक्तासन (pawanmuktasana hindi) भी एक अहम और लाभकारी योगासन हैं। इस आसन को करने से पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता हैं, साथ ही पेट से अतिरिक्त गैस बाहर निकलती हैं। जिससे वजन कम होने में मदद मिलती हैं।

6. कब्ज की समस्या के लिए

सुबह पेट खुलकर साफ न होना या सोच करते समय जोर लगाना, ये सभी कब्ज के कुछ शुरुआती लक्षण होते हैं। अगर पेट की कब्ज का इलाज समय पर न किया गया तो, यह आगे चलकर पाइल्स का कारण बन जाती हैं।

पेट की कब्ज से बचने के लिए आपको नियमित पवन्मुक्तनसन का अभ्यास करना चाहिए। इस आसन के अभ्यास से पेट खुलकर साफ होता हैं। देखा जाए तो पवनमुक्तासन के लाभ (pawanmuktasana ke labh) पेट से संबंधी सभी तरह की बीमारियों के लिए अच्छे हैं।

7. चेहरे पर तेज बढ़ाये

पवनमुक्तासन मुरझाई त्वचा पर ग्लो लाने, त्वचा को टाइट करने और डार्क सर्कल्स हटाने में भी लाभप्रद  होता हैं। दरअसल इस आसन के अभ्यास से चेहरे की ओर रक्त संचार बढ़ता हैं, जिस कारण चेहरे को इसका लाभ मिलता हैं।

पवनमुक्तासन के कुछ अन्य लाभ – Pawanmuktasana ke Fayde

  • पवनमुक्तासन (pawanmuktasana in hindi) के अभ्यास से शरीर का लचीलापन बढ़ता हैं और शरीर की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
  • फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए भी पवनमुक्तासन का निरंतर अभ्यास लाभप्रद होता हैं।
  • इस आसन के अभ्यास से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता हैं, जिससे शरीर के सभी अंगों तक खून का संचार सही रहता हैं।
  • पवनमुक्तासन (pawanmuktasana in hindi) महिलाओं के लिए भी एक बेहतरीन योगासन हैं। इस आसन के अभ्यास से महिलाओं को आम समश्याओं में काफी लाभ मिलता हैं।

पवनमुक्तासन की विधि – How To Do Pavanamuktasana in Hindi

  • सबसे पहले योग मैट में सीधा लेट जाएं
  • अपने सांसों को स्थिर करें और मन को शांत रखें
  • उसके बाद अपने घुटनों को मोड़ते हुए, जांघों को छाती के नजदीक लेकर आये
  • अब सांस छोड़ते हुए अपने दोनों हाथों से लॉक बनाकर, पैरों को घुटने से थोड़ा नीचे से खासकर पकड़ ले
  • अब अपने सिर और गर्दन को उपर उठाये और नाक को घुटनों के करीब लेकर आये।
  • अगर संभव हो सके तो घुटनों से नाक को छूने की कोशिश करें। कोई जोर जबरदस्ती न करें।
  • 15 से 30 सेकंड तक इसी मुद्रा में बने रहे।
  • अब धीरे धीरे पहले सिर और फिर पैरों को जमीन पर लाये और थोड़ी देर विश्राम करें।

पवनमुक्तासन करने का आसन तरीका – How To Do Pawanmuktasana 

  • घुटनों को छाती के करीब लेकर आये
  • हाथों से पैरों को कसकर पकड़े
  • अपने सिर को नीचे जमीन पर ही रहने दें
  • इस अवस्था के कुछ देर ठहरे
  • शवासन मुद्रा में आ जाये

पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana) कितनी देर करना चाहिए

पवनमुक्तासन का अभ्यास आप अपनी क्षमता के अनुसार ही करें। सामान्यतः इस आसन में 30 सेकंड से लेकर 2 मिनट तक या इससे भी अधिक देर तक रुका जा सकता है। लेकिन आप धीरे-धीरे ही आसन में रुकने का समय बढ़ाए, इस आसन को करते समय किसी प्रकार की कोई जोर-जबरदस्ती न करें।

पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana) से पहले कौन से आसन करें

पवनमुक्तासन (pawanmuktasana in hindi) का अभ्यास करने से पहले, इन आसनों का अभ्यास भी अवश्य करें।

  • बालासन (Child’s Pose)
  • मार्जरी आसन (Cat Pose)
  • सलंब भुजंगासन (Salamba Bhujangasana)

पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana)के बाद कौन से आसन करें

पवनमुक्तासन (pawanmuktasana hindi) के बाद आप बालासन और उसके बाद शवासन कर सकते हैं। शवासन शरीर की थकान मिटाने और दिमाग को शांत करने में सहायक होता हैं।

पवनमुक्तासन की सावधानियां – Precautions for Pawanmuktasana in Hindi

पवनमुक्तासन के फायदे (pawanmuktasana benefits in hindi) और विधि जानने के बाद, आपको इस आसन की कुछ सावधानियां भी अवश्य पता होनी चाहिए। जिससे आप इसके नुकसान से बच सके।

  • अगर आपको गंभीर पीठ दर्द या कमर दर्द की पहले से ही शिकायत हैं, तो इस आसन का अभ्यास न करें।
  • खाना खाने के तुरंत बाद पवनमुक्तासन का अभ्यास कभी न करें।
  • गर्भावस्था में भी इस आसन का अभ्यास न करें।
  • जिन लोगों को हाई ब्लड बीपी की समस्या रहती हैं, वे इस आसन का अभ्यास न करें।
  • पेट दर्द में भी इस आसन का अभ्यास करने से बचे
  • जबरदस्ती नाक को घुटनों पर लगाने की कोशिश न करें। धीरे धीरे इसका अभ्यास करें।
  • गर्दन में चोट या दर्द हो तो सिर को उपर उठाने की कोशिश न करें। सिर जमीन पर ही रहने दें।
  • सायटिका के मरीज भी इस आसन का अभ्यास न करें।

पवनमुक्तासन के नुकसान – Pawanmuktasana Ke Nuksan

पवनमुक्तासन का किसी प्रकार का कोई भी नुकसान नहीं है। यदि आप सही विधि व ऊपर बताई गई सावधानियों के साथ इसका अभ्यास करेंगे तो आपको किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। कमर दर्द, पेट दर्द, छाती दर्द, गर्दन दर्द व पैरों के दर्द में इसका अभ्यास न करें।

अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवाल – FAQ

Q. पवनमुक्तासन करने का सही समय क्या है?

Ans. पवनमुक्तासन का अभ्यास आप सुबह के समय खाली पेट कर सकते हैं। साथ ही शाम के समय भी इसका अभ्यास कर सकते हैं। भोजन के तुरंत बाद इस आसन का अभ्यास न करें।

Q. क्या पवनमुक्तासन का अभ्यास बच्चे कर सकते हैं?

Ans. पवनमुक्तासन का अभ्यास किसी भी उम्र के लोग कर सकते हैं। सभी उम्र के लोगों के लिए एक अच्छा योगासन हैं।

Q. पवनमुक्तासन कितनी देर करना चाहिए?

Ans. पवनमुक्तासन में 15 सेकंड से लेकर 45 सेकंड तक रूकने की कोशिश करें। शरीर के साथ कोई जोर जबरदस्ती न करें, अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार ही इस आसन में रूके। 

Q. पवनमुक्तासन शरीर से क्या निकालने में लाभदायक है? 

Ans. पवनमुक्तासन शरीर से अतरिक्त वायु यानी गैस निकालने में सहायक होती हैं।

सारांश – Conclusion

पवनमुक्तासन के लाभ (pawanmuktasana ke fayde) शरीर के लगभग प्रतेक अंग के लिए अच्छे हैं। खासकर पेट और पाचन से जुड़ी समश्याओं व कमर दर्द के लिए यह एक बेहतरीन योगासन हैं। साथ ही इस आसान के अभ्यास में सावधानियां भी अवश्य रखें, उपर बताई गई कुछ परिस्थितियों में इस आसन का अभ्यास बिल्कुल भी न करें।

उम्मीद हैं कि आपको इजी लाइफ हिंदी का यह आर्टिकल पवनमुक्तासन के फायदे (pawanmuktasana benefits in hindi) पसंद आया होगा और इसे पढ़ने के बाद अब आप आसानी से इस आसन का अभ्यास कर पाएंगे। अगर आपका फिर भी कोई सवाल हो तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। 

Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हो सकता। इजी लाइफ हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है, इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट इतियादी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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