तितली आसन करने का तरीका, फायदे और नुकसान | Butterfly Yoga Benefits in Hindi

butterfly yoga benefits in hindi : इस आर्टिकल में आज हम तितली आसन के फायदे, नुकसान और इसके अभ्यास की सही विधि के बारे में जानेंगे। तितली आसन को इंलिश में Butterfly Yoga Pose भी कहा जाता है, जबकि कुछ लोग इसे बद्ध कोणासन भी कह देते हैं, लेकिन यह बद्ध कोणासन से थोड़ा अलग है। इस आसन के दौरान दोनों पैरों को हाथों से टाइट पकड़कर बांधकर रखा जाता है और घुटनों को तितली के पंखों की तरह ऊपर-नीचे किया जाता है।

तितली आसन के फायदे (titli asana benefits in hindi) की बात करें तो इसके अभ्यास से हिप्‍स और थाइज को खोलने में काफी मदद मिलती है, शरीर के नीचले हिस्से में लचीलापन आता है, रीढ़ मजबूत होती है और तनाव कम होता है। साथ ही महिलाओं के लिए तितली आसन को काफी उपयोगी माना जाता है, इसके अभ्यास से महिलाओं से जुड़ी कई आम समस्याओं में काफी लाभ मिलता है।

साथ ही पुरुषों से जुड़ी कई सेक्सुअल समस्याओं के लिए भी तितली आसान का अभ्यास फायदेमंद होता है। लेकिन बटरफ्लाई योग के फायदे (butterfly yoga benefits in hindi) प्राप्त करने के लिए इसका सही विधि से अभ्यास करना जरूरी होता है, गलत तरीके से किया गया अभ्यास शरीर को मूर्छित भी कर सकता है। इसलिए इस आर्टिकल में हम तितली आसान के फायदे व नुकसान और इसके अभ्यास की सही विधि जानेंगे।

तितली आसन (बटरफ्लाई योग) क्या है – Butterfly Yoga Pose in Hindi

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तितली आसन (butterfly yoga pose) बैठकर किया जाने वाला योगासन है। इस आसन में पैर और घुटनों को मोड़कर, पैरों को हाथों से कसकर पकड़कर, तितली के पंखों के समान हिलाना होता है। यह आसन पैरों और जांघों की मांसपेशियों को खोलने और उन्हें मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके नियमित अभ्यास से पेल्विक मसल्‍स भी मजबूत होती है जिससे पुरुषों को शीघ्रपतन व स्तंभन दोष और महिलाओं को मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में लाभ मिलता है।

कुछ लोग तितली आसन को “बद्ध कोणासन” समझ बैठते हैं, जबकि यह दोनों ही आसन एक दूसरे से अलग हैं, दोनों में सूक्ष्म अंतर हैं, जिसे समझना भी जरूरी है। बुद्धकोणासना में टांगों को हिलाया नहीं जाता है, बल्कि सिर को नीचे जमीन की ओर ले जाने की कोशिश की जाती है। लेकिन दोनों ही आसनों के लाभ लगभग-लगभग एक समान हैं।

तितली आसन (butterfly yoga pose) की एक खासियत यह भी है की यह एक सरल योगासन है और इसे महिलाएं, बच्चे, जवान और बूढ़े सभी उम्र के लोग आसानी से इसका अभ्यास कर सकते है। योग की शुरूआत करने वालों के लिए भी यह एक अच्छा योगासन है, जो शरीर के निचले हिस्से को खोलने में मदद करता है। इसलिए अपने योग सत्र में इसे जरूर शामिल करें। आगे हम तितली आसन के फायदे (butterfly yoga benefits in hindi) जानेंगे।

तितली आसन (बटरफ्लाई योग) के फायदे – Butterfly Yoga Benefits in Hindi

Butterfly Yoga Benefits in Hindi

1. तनाव व चिंता दूर करे

तितली आसन करने से तनाव व चिंता जैसी समस्याएं कम होती है और मन शांत रहता है। इसके अभ्यास से शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है, दिमाग का भारीपन कम होता है और मन में चल रहे नकारात्मक विचार दूर होते है। इस तरह तितली आसन तनाव व चिंता को कम करने और दिमाग को शांत करने में मदद कर सकता है।

2. कमर दर्द की समस्या से बचाव

कमर और रीढ़ को मजबूत करने के लिए भी तितली आसन के फायदे (titli asana benefits in hindi) अच्छे हैं। इसके अभ्यास के दौरान कमर एकदम सीधी रहती है जिससे रीढ़ और कमर के नीचले हिस्से की मांसपेशियों पर जोर पड़ता है, जिससे इनमें लचीलापन बढ़ता है। घंटों ऑफिस या घर पर एक जगह बैठे रहने के कारण लोअर बैक पैन का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में बटरफ्लाई योग की मदद से इस खतरे को कम किया जा सकता है।

3. हिप्स और थाइज के लिए

बटरफ्लाई योग (butterfly pose in hindi) हिप्स और थाइज के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज है। यह हिप्स व थाइज को खोलने और उन्हें सही शेप में लाने में मदद करता है। जो लोग योग की शुरुआत कर रहे हैं उन्हें इसका अभ्यास जरूर करना चाहिए। इससे आगे चलकर मुश्किल योगासन करने में भी काफी लाभ मिलता है।

4. डाइजेशन को बेहतर बनाए

तितली आसन डाइजेशन के लिए भी अच्छा होता है। इसके नियमित अभ्यास से डाइजेशन मजबूत होता है और पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे गैस, एसिडिटी, अपच व कब्ज में आराम मिलता है। इसलिए डाइजेशन की समस्या से जूझ रहे लोग इसे अपने योग सेशन में शामिल करके लाभ पा सकते हैं।

5. थकान दूर करे

जो लोग देर तक खड़े रहते हैं, ज्यादा पैदल चलते हैं या फिर देर तक एक जगह पर बैठे रहते हैं उनके लिए भी तितली आसान के फायदे (butterfly yoga benefits in hindi) अच्छे हैं। इससे देर तक खड़े रहने, बैठे रहने या पैदल चलने के कारण होने वाली शारीरिक थकान को कम करने में काफी मदद मिलती है और पैर, थाई, कमर व हिप्स की मसल्स को आराम मिलता है।

महिलाओं के लिए तितली आसन के फायदे – Butterfly Yoga Benefits For Women in Hindi

  • तितली आसन पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है।
  • इसके अभ्यास से अनियमित पीरियड्स की समस्या में भी लाभ मिल सकता है।
  • इसके नियमित अभ्यास से महिलाओं को डिलीवरी के दौरान होने वाले तेज दर्द से भी राहत मिलती है।
  • बटरफ्लाई योग प्रेग्‍नेंसी के दौरान होने वाली कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
  • यह प्रेग्‍नेंसी के दौरान महिलाओं में चिड़चिड़ापन, नींद न आना या तनाव को कम करने में मदद करता है।
  • मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति में भी तितली आसन का अभ्यास फायदेमंद होता है।
  • तितली आसन प्रजनन अंगों को भी उत्तेजित करता है जिससे प्रजनन अंगों की क्षमता बढ़ती है।
  • घर के कार्य करने के बाद कमर को रिलैक्स करने के लिए भी महिलाओं को बटरफ्लाई योग जरूर करना चाहिए।

पुरुषों के लिए तितली आसन के फायदे – Butterfly Yoga Benefits For men in Hindi

  • त‍ितली आसन करने से पुरुषों में इरेक्‍टाइल ड‍िसफंक्‍शन यानी स्‍तंभन दोष की समस्या में लाभ मिलता है।
  • इसके अभ्यास से पुरुषों की प्रजनन अंगों की क्षमता मजबूत होती है।
  • शीघ्रपतन की समस्या से बचने के लिए भी पुरुषों को तितली आसन जैसे योग करने चाहिए।
  • इसके अलावा तितली आसन करने से स्टैमिना भी मजबूत होता है और शरीर की थकान भी दूर होती है।
  • साथ ही बटरफ्लाई योग पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करने में भी मदद करता है।

तितली आसन (बटरफ्लाई योग) करने का सही तरीका – How To Do Butterfly Yoga Pose in Hindi

  • सबसे पहले योगा मैट या चटाई पर आराम से बैठ जाए।
  • अपने दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा करें और अपनी कमर को एकदम सीधा रखें।
  • उसके बाद अपने दोनों घुटनो को मोड़ें और दोनों पैरों को अपने पेल्विक एरिया की ओर लेकर आएं।
  • दोनों हाथों की उँगलियों को आपस में मिलाकर अपने दोनों पैरों को कस के पकड़ ले।  
  • फिर अपनी दोनों एड़ियों को जननांग के करीब लेकर आएं, जितना करीब आप ला सकते हैं।
  • अपने दोनों जांघों को नीचे फर्श की ओर दबाएं।
  • अब अपने दोनों जांघों को धीरे-धीरे उपर निचे करें ,जिस प्रकार तितली अपने पंख फड़-फड़ाती हैं।
  • एक से दो मिनट या जितनी देर भी आप इसे कर सके, ऐसा करते रहे। बस शरीर के साथ जबरदस्ती न करें।
  • इस बीच आपकी रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी होनी चाहिए।
  • आपको जांघों के अंदरूनी हिस्से के आस-पास खिचाव महसूस करना हैं।
  • अंत में साँस छोड़ते हुए धीरे-धीरे इस आसन से बहार आए और आराम से बैठ जाएं।

तितली आसन (butterfly pose) करने से पहले कौन से आसन करें

  • बालासन (Child Pose)
  • जानुशिरासन (Head-to-Knee Forward Bend)
  • वीरासन (Hero Pose)

तितली आसन (butterfly pose) करने के बाद कौन से आसन करें

तितली आसन करने के बाद आप बुद्धकोणासना, पद्मासना व गोमुखासन कर सकते हैं। साथ ही अंत में शवासन जरूर करें। शवासन मन को शांत करने के साथ-साथ आपके शरीर की थकान को भी दूर करता हैं। सभी आसनों को करने के बाद अंत में शवासन जरूर करना चाहिए।

तितली आसन के नुकसान – Butterfly Pose Ke Nuksan

  • तितली आसन के नुकसान भी हो सकते हैं, यदि गलत तरीके से इस आसन का अभ्यास किया गया तो इससे कमर दर्द की शिकायत हो सकती है, साथ ही इससे शरीर के निचले हिस्से में भी दर्द की अनुभूति हो सकती है। इसके अलावा खास परिस्थिति में इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए, जैसे।
  • तेज कमर दर्द या पीठ दर्द से जूझ रहे लोगों को तितली आसन नहीं करना चाहिए या फिर किसी योग विशेषज्ञ की देख रेख में ही इसका अभ्यास करना चाहिए।
  • इसी तरह गंभीर घुटनों के दर्द से पीड़ित रोगी को भी तितली आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
  • साइटिका के मरीज को तितली आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं को योग विशेषज्ञ की देखरेख में भी बटरफ्लाई योग का अभ्यास करना चाहिए।
  • अगर शरीर के किसी भी हिस्से में कोई गंभीर चोट लगी हो, तब भी इस आसन अभ्यास न करें।
  • अगर पैरों से संबंधित कोई गंभीर समस्या हैं, तो योग विशेषज्ञ की देख रेख में ही यह आसन करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQs

Q. तितली आसन कब करना चाहिए?

Ans. तितली आसन का अभ्यास सुबह या शाम के समय कर सकते हैं। ध्यान रहे की भोजन के तुरंत बाद इसका अभ्यास न करें। भोजन करने के कम से कम 4-5 घंटे बाद ही तितली आसन करें।

Q. तितली आसन कितनी देर तक करना चाहिए?

Ans. तितली आसन का अभ्यास 1-2 मिनट तक किया जा सकता है। लेकिन आप अपनी क्षमता के अनुसार की इसका अभ्यास करें, शरीर के साथ किसी प्रकार की जोर जबरदस्ती न करें।

Q. क्या तितली आसन करते समय सांसे रोक कर रखनी चाहिए?

Ans. जी नहीं तितली आसन करते समय सांसे रोक कर नहीं रखनी चाहिए। आसन के दौरान सांस लेते और छोड़ते रहें।

Q. क्या बटरफ्लाई योग के बाद बद्ध कोणासन कर सकते हैं?

Ans. जी हाँ, बटरफ्लाई योग करने के बाद आप बद्ध कोणासन कर सकते हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

तितली आसन योग के कुछ आसन योगासन में से एक है, यह एक ऐसा आसन है जो आपके शरीर को मुश्किल योगासन के लिए तैयार करता है और मनोबल को बढ़ावा देता है। इसलिए यदि आप योग के क्षेत्र में नए हैं तो इस आसन को अपने योग सेशन में जरूर शामिल करें। उम्मीद है की तितली आसन के फायदे और नुकसान (butterfly yoga benefits in hindi) से संबंधित यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपने इससे कुछ सिखा होगा।

यदि आपके मन में कोई सवाल हो या आप हमसे कुछ पूछना चाहें तो आर्टिकल में नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। साथ ही आप इस आर्टिकल को अन्य लोगों के साथ भी शेयर कर सकते हैं और इसी तरह की जानकारियों के लिए इजी लाइफ हिंदी के अन्य आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।

Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हो सकता। इजी लाइफ हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है, इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट, एक्सरसाइज इतियादी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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