बालों के लिए शीर्षासन के फायदे, विधि व सावधानियां | Sirsasana Benefits in Hindi

शीर्षासन के फायदे : शरीर को स्वस्थ व फिट रखने और मानसिक तनाव कम करने के लिए योग को बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा बहुत से ऐसे आसन है जो चेहरे की सुंदरता बढ़ाने और बालों को मजबूत बनाने में भी मददगार होते हैं। ऐसे आसनों में शीर्षासन प्रमुख है। शीर्षासन के फायदे बालों के लिए (sirsasana benefits for hair in hindi) किसी वरदान से कम नहीं है। कई रिसर्च में भी इसे बालों के लिए बेहद लाभप्रद बताया गया है।

शीर्षासन को सभी आसनों का राजा (king of all asana) भी कहा जाता है, इसके अभ्यास के दौरान सिर से लेकर पैर तक की उंगलियां सक्रिय रहती हैं, जिससे इसका लाभ शरीर के सभी अंगों को प्राप्त होता है। शीर्षासन के फायदे (shirshasana benefits in hindi) की बात करें तो यह मोटापा कम करने, तनाव कम करने, डाइजेशन में सुधार करने, मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने व फोकस बढ़ाने में मदद करता है।

इसके अलावा शीर्षासन के फायदे बालों के लिए भी अच्छे हैं। शीर्षासन के दौरान सिर की ओर ब्लड फ्लो तेज होता है, जिससे बालों को अच्छा पोषण मिलता है और बाल स्वस्थ व मजबूत रहते हैं। इसके अलावा इससे चेहरे पर चमक व रौनक भी बढ़ती है। इस तरह शीर्षासन के नियमित अभ्यास से त्वचा व बालों से जुड़ी कई गंभीर समस्याओं में लाभ मिल सकता है और आपकी पर्सनाल्टी में चार-चांद लग सकते हैं।

शीर्षासन एक एडवांस योगासन है, हर कोई इसका अभ्यास नहीं कर पाता। परफेक्ट तरीके से शीर्षासन करने में काफी प्रैक्टिस की जरुरत होती है। लेकिन आप चिंता न करें इस आर्टिकल में हम शीर्षासन के फायदे (sirsasana benefits hindi) के अलावा, बिगिनर्स के लिए इसके अभ्यास की आसान विधि व इसकी कुछ सावधानियों के बारे में भी बता रहे हैं, इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।

शीर्षासन क्या है – Sirsasana in Hindi

शीर्षासन संस्कृत भाषा के दो शब्द ‘शीर्ष’ और ‘आसन’ से मिलकर बना है। जिसमें शीर्ष का अर्थ ‘सिर’ और आसन का अर्थ ‘योग मुद्रा’ से है। इंग्लिश में इसे Headstand Yoga Pose के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन को सिर के बल किया जाता है, जिसमें सिर नीचे जमीन में और पैर ऊपर आसमान की ओर होते है।

इस आसन में रक्त संचार नीचे की ओर तेज होता है जिस वजह त्वचा, बालों, आंखों व मस्तिष्क के लिए यह बेहद लाभप्रद होता है। शीर्षासन को सभी आसनों का राजा भी कहा जाता है जिसका लाभ शरीर के सभी अंगों को प्राप्त होता है। नीचे शीर्षासन के लाभ विस्तार से बताए गए हैं।

शीर्षासन के फायदे – Sirsasana Benefits in Hindi

Sirsasana Benefits in Hindi

1. बालों के लिए शीर्षासन के फायदे – Sirsasana Benefits For Hair in Hindi

बालों के लिए शीर्षासन को सबसे अच्छे आसनों में से एक माना जाता है। इसके अभ्यास से रक्त संचार सिर की ओर बढ़ता है, जिससे बालों को अच्छे से पोषण मिलता है और इससे बाल हेल्दी रहते हैं। शीर्षासन के नियमित अभ्यास से बालों की आम समस्या जैसे बालों का झड़ना, बालों का टूटना, बालों का पतलापन व उम्र से पहले बालों का सफेद होना आदि को रुका जा सकता है। देखा जाये तो बालों के लिए शीर्षासन के फायदे (shirshasana benefits for hair in hindi) किसी टॉनिक से कम नहीं है। लेकिन इसके साथ-साथ आपको अपने खानपान का भी ध्यान रखना चाहिए।

2. चेहरे की चमक बढ़ाए – Sirsasana Benefits For Skin in Hindi

glowing skin

बालों के साथ-साथ शीर्षासन के लाभ (sirsasana benefits in hindi) त्वचा के लिए भी अच्छे हैं। यह चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने वाले योगासन में से एक है। चेहरे की ओर ब्लड फ्लो बढ़ने से चेहरे का ग्लो बढ़ता है और चेहरे की त्वचा हेल्दी रहती है। साथ ही यह आसन त्वचा को लंबे समय तक जवां रखने में भी मदद कर सकता है। इसके नियमित अभ्यास से चेहरे पर झुर्रियों और फाइन लाइन्स की समस्या को भी कम किया जा सकता है।

3. मस्तिष्क के लिए शीर्षासन के फायदे – Sirsasana Benefits For Brain in Hindi

शीर्षासन (shirsasana) का अभ्यास मस्तिष्क के लिए भी लाभकारी होता है। इस आसन के अभ्यास से मस्तिष्क की ओर ब्लड फ्लो बढ़ता है जिससे दिमाग की कोशिकाएं सही से काम करती है और दिमाग के बंद पुर्जों में नई जान आने लगती है। यह आसन स्मरण शक्ति बढ़ाने और दिमाग को तेज करने में काफी मददगार होता है।छात्रों के लिए शीर्षासन का अभ्यास काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।

4. शारीरिक संतुलन बनाने में मददगार

शीर्षासन (sirsasana) के नियमित अभ्यास से शारीरिक संतुलन में भी सुधार होता है। शीर्षासन का मूल ही शारीरिक संतुलन है, बिना शारीरिक संतुलन के इसका अभ्यास कठिन होता है। बॉडी का बैलेंस अच्छा हो तो मुश्किल शारीरिक कार्यों को भी बड़ी आसानी से किया जा सकता है, साथ ही इससे जटिल योगासनों को करने में भी काफी मदद मिलती है। बॉडी फिटनेस के लिए शारीरिक संतुलन बेहद जरुरी होता है।

5. कमर को मजबूत बनाये

back pain

शीर्षासन के अभ्यास से कमर और रीढ़ को मजबूती मिलती है। यह हल्के कमर दर्द को दूर करने में भी काफी मददगार होता है। अगर इस योगासन का सही तरीके से नियमित अभ्यास किया जाए तो इससे भविष्य में कमर दर्द की समस्या से बचा जा सकता है। कमर दर्द की सबसे ज्यादा शिकायत घंटों एक जगह बैठकर कार्य करने वाले लोगो में ज्यादा देखने को मिलती है। इसलिए ऐसे लोगों के लिए इसका अभ्यास जरूर करना चाहिए। इस तरह कमर और रीढ़ के लिए शीर्षासन के फायदे (sirsasana ke fayde) जबरदस्त है।

6. पेट की समस्याओं के लिए

पेट से जुड़ी समस्याओं का एक मुख्य कारण गलत खानपान है। बहुत ज्यादा फास्ट फूड्स, स्पाइसी फूड्स व ऑयली फूड्स के सेवन से अपच, गैस, एसिडिटी, पेट फूलना, छाती में जलन और कब्ज की समस्या हो सकती है। साथ ही इससे डाइजेशन सिस्टम भी कमजोर पड़ने लगता है। ऐसे में अगर खानपान में सुधार करके नियमित शीर्षासन जैसे पाचन शक्ति बढ़ाने वाले योगासन का अभ्यास किया जाए तो पेट की इन बीमारियों को आसानी से दूर किया जा सकता है।

7. डायबिटीज की लिए

डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार सबसे ज्यादा जरुरी होता है। साथ ही इसके लिए योग व एक्सरसाइज भी बेहद फायदेमंद होते है। शीर्षासन (sirsasana in hindi) जैसे योगासनों के नियमित अभ्यास से डायबिटीज पर नियंत्रण पाया जा सकता है। हालांकि डायबिटीज को पूरी तरह से ठीक तो नहीं किया जा सकता पर इस पर कंट्रोल जरूर किया जा सकता है। इसलिए डायबिटीज से पीड़ित लोगों को योग जरूर करना चाहिए।

8. सेक्सुअल समस्याओं के लिए शीर्षासन

शीर्षासन सेक्सुअल हेल्थ के लिए भी अच्छा होता है। इसके अभ्यास से बहुत सी सेक्सुअल परेशानियों को दूर किया जा सकता है। खासकर शीर्षासन की मदद से शिग्रपतन और स्वपनदोष की समस्या को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है। इसके अभ्यास ऊर्जा व स्टैमिना में भी वृद्धि देखने को मिलती है।

9. तनाव और चिंता दूर करें

शीर्षासन के फायदे (sirsasana benefits in hindi) शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छे है। यह तनाव व चिंता को दूर करने, मन को शांत करने और दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करता है। साथ ही इसके अभ्यास से मन में चल रहे नकरात्मक विचार भी दूर होते है। इसके अलावा शीर्षासन एकाग्रता में भी वृद्धि करता है।

10. शीर्षासन के अन्य लाभ – Sirsasana Ke Fayde

  • मोटापा कम करने में सहायक होता है।
  • फेफड़ों को मजबूत बनाता है।
  • सिरदर्द की समस्या के लिए भी लाभकारी है।
  • आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

शीर्षासन कैसे करे – How To Do Shirsasana in Hindi

  • वज्रासन की मुद्रा में बैठकर थोड़ा आगे की ओर झुके और अपने दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में मिलाकर लॉक लगा लें।
  • उसके बाद अपने कूल्हों को ऊपर की ओर उठाए और दोनों पैरों को धीरे-धीरे आगे की तरफ लाये, जितना आगे आप ला सकते हैं।
  • इस बीच आप अपने शरीर का संतुलन बनाए रखें, किसी चीज की जल्दी न करें। अब धीरे-धीरे अपने सिर को नीचे रखें, दोनों हाथों का लॉक लगाए रखें और अपने दोनों पैर ऊपर की ओर ले जाएं।
  • अब अपने दोनों पैर बिलकुल सीधा कर लें, अगर बैलेंस नहीं बन पा रहा हो तो आप दीवार का सहारा भी ले सकते हैं।
  • आपका सिर नीचे, पैर उपर और आंखों की नजर सीधी होनी चाहिए और इस बीच सांस लेते छोड़ते रहें।
  • इस पोजीशन में थोड़ी देर रुकने की कोशिश करें और फिर धीरे-धीरे अपने दोनों पैर जमीन की तरफ नीचे ले लाए।

बिगिनर्स  के लिए शीर्षासन करने का तरीका – Shirsasana For Beginners in Hindi

बिगिनर्स को पहले कुछ दिन दिवार के सहारे ही शीर्षासन का अभ्यास करना चाहिए। साथ ही कुछ दिन तक जब भी इसका अभ्यास करें अपने साथ एक अन्य इंसान को हमेशा साथ रखें। आप जैसे-जैसे इसका अभ्यास करेंगे, आप इसमें निपुण होते जाएंगे और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ने लगेगा और फिर एक दिन आप दिवार का सहारा लेना भी बंद कर देंगे। शीर्षासन को कुछ लोग मुश्किल योगासन समझते है और इसे करने की कोशिश भी नहीं करते, लेकिन आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना है और निरंतर इसका अभ्यास करते रहना है। 

शीर्षासन से पहले कौन से आसन करने चाहिए

शीर्षासन से पहले आप ये आसन कर सकते हैं। 

  • सूर्यनमस्कार 
  • कर्नापीड़ासन
  • उत्तान पादासन
  • मत्स्यासन
  • ऊर्ध्व पद्मासन

शीर्षासन के बाद कौन सा आसन करना चाहिए

शीर्षासन कब करना चाहिए और कब नहीं?

कुछ लोगों को पता नहीं होता की शीर्षासन कब करना चाहिए और वे किसी भी समय शीर्षासन का अभ्यास आरंभ कर देते है जो की पूरी तरह से गलत है। शीर्षासन (shirsasana in hindi) करने का सबसे सही समय सुबह या शाम का समय होता है। शीर्षासन करने से पहले वार्मअप व स्ट्रेचिंग भी जरूर कर लें।

इसके अलावा शीर्षासन खाना खाने के तुरंत बाद न करें। इस आसन को हमेशा खाली पेट ही करें तो बेहतर होगा। साथ ही सुबह उठकर तुरंत शीर्षासन नहीं करना चाहिए। रात को सोने से पहले भी शीर्षासन नहीं करना चाहिए।

शीर्षासन कितनी देर करना चाहिए

शीर्षासन (sirsasana in hindi) कितनी देर करना चाहिए यह आपकी क्षमता पर निर्भर करता है। शीर्षासन आप अपनी क्षमता के अनुसार 30 सेकंड से लेकर 10 मिनट तक भी कर सकते है। अगर आप एक बिगिनर हैं तो आप 30 सेकंड से शुरआत करें और धीरे-धीरे टाइम को बढ़ाये। शीर्षासन करने में किसी प्रकार की कोई जोर जबरदस्ती न करें।

शीर्षासन किसे नहीं करना चाहिए

  • आंखों से जुड़ी कोई गंभीर समस्या में शीर्षासन न करें
  • कान से जुड़ी कोई गंभीर समस्या में भी इसका अभ्यास न करें
  • दिल से जुड़ी परेशानी में शीर्षासन न करें 
  • हाई ब्लड प्रेशर में शीर्षासन न करें
  • स्लिप डिस्क या कमर से जुड़ी परेशानी में भी इसका अभ्यास न करें
  • ब्लड हेमरेज में शीर्षासन न करें
  • महिलाओं को पीरियड्स के दौरान शीर्षासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए
  • सर्दी, खांसी व जुकाम में में भी इसका अभ्यास न करें
  • गर्दन दर्द में में शीर्षासन न करें

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQs

क्या शीर्षासन से बाल उगते है?

एक बार गिर चुके बालों का उगना बेहद मुश्किल होता है, लेकिन जो बल आपके सिर पर बचे हैं उन्हें शीर्षासन की मदद से रोका जा सकता है।

शीर्षासन कब करना चाहिए?

शीर्षासन का अभ्यास आ सुबह या शाम के समय कर सकते हैं। सुबह उठने के तुरंत बाद और रात को सोने से पहले इसका अभ्यास करना चाहिए। साथ ही भोजन के तुरंत बाद भी शीर्षासन नहीं करना चाहिए।

शीर्षासन के बाद क्या करना चाहिए?

शीर्षासन के बाद एकदम से खड़ा नहीं होना चाहिए, इसके बाद आपको बालासन व शवासन जरूर करना चाहिए।

शीर्षासन कितनी देर तक करना चाहिए?

शीर्षासन का अभ्यास आप अपनी क्षमता के अनुसार 30 सेकंड से लेकर 10 मिनट तक भी कर सकते हैं। शुरुआत में 30 सेकंड ही रुकने का प्रयास करें और फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाए।

निष्कर्ष – Conclusion

कुछ लोग शीर्षासन (sirsasana in hindi) को बहुत मुश्किल योगासन मानते है, लेकिन ऐसा नहीं है अगर निरंतर प्रयास करते रहे तो आप शीर्षासन करना जल्दी ही सीख सकते हैं। आप सबसे पहले दीवार का सहारा लेकर शीर्षासन करें और धीरे धीरे दीवार का सहारा लेना बंद कर दें। इसके साथ ही आरंभ में आप किसी की उपस्थिति में ही इसका अभ्यास करें तो बेहतर होगा।

इस आर्टिकल में हमने शीर्षासन के फायदे (sirsasana benefits in hindi), शीर्षासन कैसे करें, शीर्षासन कब करना चाहिए और कितनी देर करना चाहिए के विषय में जाना। उम्मीद है कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अब आप भी अच्छी सेहत के लिए शीर्षासन का अभ्यास आज से ही आरंभ कर दें।

Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हो सकता। इजी लाइफ हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है, इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट इतियादी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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