Intermittent Fasting in Hindi | इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है? इसके फायदे व नुकसान

Intermittent Fasting in Hindi : यदि आपको कोई कहे की आप बिना जिम जाए भी फिट रह सकते हैं या वजन कम कर सकते हैं तो शायद आपको यक़ीन न हो, लेकिन यह सच है। आज हम आपको एक ऐसे ईटिंग पैटर्न के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप घर पर रहकर, बिना एक्सरसाइज करे भी वजन कम कर सकते हैं। हम हम बात कर रहे हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting in hindi) की, जिसका चलन फिटनेस की दुनियां में तेजी से बढ़ रहा है और करोड़ों लोग मोटापा कम करने के लिए इस डाइट पैटर्न का इस्तेमाल कर रहे हैं।

यदि आपका काम कुछ इस तरह का है की आपको वर्कआउट करने के लिए थोड़ा सा भी समय नहीं मिलता और आप अपने बढ़ते वजन से भी परेशान है तो इंटरमिटेंट फास्टिंग आपके काफी काम आ सकती है। आप इस ईटिंग पैटर्न को अपनाकर कुछ ही हफ़्तों में अपने बढ़ते वजन पर नियंत्रण पा सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको पहले इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting in hindi) को अच्छी तरह समझना होगा।

इस आर्टिकल में हम इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है (intermittent fasting meaning in hindi) इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे की जाती है और इसके फायदे (intermittent fasting benefits in hindi) के बारे में जानेंगे। साथ ही इंटरमिटेंट फास्टिंग डाइट प्लान के बारे में भी आपको जानकारी देंगे, इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

विषय सूची खोलें

इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है – Intermittent Fasting Meaning in Hindi

intermittent fasting meaning in hindi

इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting) एक तरह का ईटिंग पैटर्न है, जिसमें कुछ समय के लिए फास्टिंग (उपवास) करना होता है। यह नार्मल फास्टिंग से बिल्कुल अलग होती है। इसमें भोजन और फास्टिंग का एक निश्चित समय पहले से तय होता है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting) में “भोजन में क्या खाना चाहिए” की जगह “भोजन कब खाना चाहिए” पर ज्यादा जोर दिया जाता है। साधारण शब्दों में कहा जाए, तो यह कोई ऐसा डाइट प्लान नहीं है, जिसमे आपको खाने के लिए सोचना पड़े।

आप ईटिंग पीरियड में अपनी मनपसंद की चीजें खा सकते हैं और फास्टिंग पीरियड में आपको कुछ भी नहीं खाना होता है। लेकिन ज्यादातर एक्सपर्ट द्वारा ईटिंग पीरियड के दौरान हेल्दी डाइट लेने की सलाह ही दी जाती है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे करें – Intermittent Fasting in Hindi

इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब (intermittent fasting meaning in hindi) जानने के बाद अगला सवाल आता हैं की, इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे करें या इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे कि जाती हैं। आपको बता दें की इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई प्रकार हैं, जिनमें से आप किसी भी फास्टिंग पैटर्न (intermittent fasting diet in hindi) का चुनाव कर सकते हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार – Intermittent Fasting Types in Hindi

intermittent fasting in hindi

12 घंटे की फास्टिंग

इसमें दिन के 12 घंटे भूखा रहना होता हैं, जबकि बचे हुए 12 घंटे में ही भोजन किया जाता हैं। यह ईटिंग पैटर्न बिगिनेर के लिए अच्छा माना जाता हैं, आप इससे इंटरमिटेंट फास्टिंग की शुरूआत कर सकते हैं।

14 घंटे की फास्टिंग

इसमें दिन के 14 घंटे भूखा रहना होता हैं और शेष बचे हुए 10 घंटों में ही भोजन किया जाता हैं। यह ईटिंग पैटर्न फिट रहने के लिए बेस्ट माना जाता है।

अल्टरनेट डे फास्टिंग

इसमे एक दिन छोड़कर अगले दिन (फुल डे) फास्टिंग की जाती हैं, यह फास्टिंग रूटीन डॉक्टर या किसी डायटीशियन की सलाह से ही करना चाहिए। कुछ एक्सपर्ट इसे हेल्थ के लिए सही नहीं मानते।

16 घंटे की फास्टिंग

16:18 इंटरमिटेंट फास्टिंग सबसे बेस्ट और प्रभावशाली मानी जाती हैं। इसमें फास्टिंग पीरियड 16 घंटे और ईटिंग पीरियड 8 घंटे का होता हैं। 16 घंटे की फास्टिंग (16 hours fasting in hindi) मोटापा कम करने के लिए सबसे ज्यादा प्रचलित हैं और ज्यादातर लोग इसी डाइट पैटर्न को फॉलो करते हैं।

24 घंटे की फास्टिंग

इस फास्टिंग पैटर्न में 24 घंटे तक भूखा रहना होता हैं, जैसे मान लें की आपने रात का डिनर श्याम के 7 बजे किया हैं तो आपको श्याम के 7 बजे से अगले दिन श्याम 7 बजे तक फास्टिंग में रहना होगा। इसे वीक में 2-3 बार किया जा सकता हैं।

5:2 फास्टिंग

5:2 फास्टिंग में आपको हफ्ते में 5 दिन भोजन करना होता हैं और बाकि 2 दिन सिर्फ 500- 600 कैलोरी ही लेनी होती हैं। जैसे मान ले की आपने सोमवार से लेकर शुक्रवार तक नार्मल भोजन किया, जैसा आप अभी तक करते आये हैं और आप एक दिन में 2000 कैलोरी लेते हैं।

तब आपको शनिवार और रविवार को अपने भोजन से सिर्फ 500 -600 कैलोरी ही लेनी होती हैं, 250-250 या 300-300 कैलोरी की दो मील ले सकते हैं।

वॉरियर डाइट

वॉरियर डाइट में दिनभर फल और सलाद खाना होता है और रात के डिनर में भरपेट भोजन किया जाता हैं। कुछ लोगों को इस डाइट प्लान से भी काफी फायदे हुए हैं। वॉरियर डाइट की खोज का श्रेय Ori Hofmekler को दिया जाता हैं,उन्होंने इसके ऊपर एक किताब भी लिखी हैं।

16 घंटे की फास्टिंग – 16 hours Fasting in Hindi

 intermittent fasting

वजन कम करने के लिए 16 घंटे की फास्टिंग (16 hours fasting in hindi) को सबसे बेस्ट माना जाता हैं और हमारे आर्टिकल का आधार भी यही डाइट रूटीन हैं, हम आगे इसी से रेलेटेड बात करेंगे। 16 घंटे की फास्टिंग में 16 घंटे फास्टिंग में रहना होता हैं और शेष बचे 8 घंटे के अंतराल में ही भोजन करना होता हैं। अगर आप 16 घंटे की फास्टिंग को बहुत ज्यादा मुश्किल मान रहे हैं तो चिंता न करें, इन 16 घंटो में ज्यादातर समय रात का होता है।

इसे एक उदहारण से समझते हैं, मान लीजिए की आपने सोमवार रात के 8 बजे भोजन किया हैं तो आपको सोमवार की रात 8 बजे से लेकर अगले दिन मंगलवार दोपहर के 12 बजे तक (जो की 16 घंटे होते हैं) फास्टिंग करनी हैं जबकि मंगलवार दोपहर 12 बजे से लेकर रात के 8 बजे की बीच आप खाना खा सकते हैं।

16 घंटे की फास्टिंग में आप फास्टिंग और ईटिंग का समय अपनी सुविधानुसार चुन सकते हैं। उम्मीद हैं की आपको अब इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब (intermittent fasting meaning in hindi) समझ आ चूका होगा।आगे इंटरमिटेंट फास्टिंग डाइट प्लान के विषय में जानते हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग डाइट प्लान – Intermittent Fasting Diet Plan in Hindi

इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting) दो भागों में विभाजित होता हैं, पहला भाग फास्टिंग का होता है और दूसरा भाग ईटिंग का होता हैं। फास्टिंग और ईटिंग पीरियड में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इसके विषय में आगे जानते हैं।

फास्टिंग के दौरान क्या खाना चाहिए

16 घंटे की फास्टिंग (16 hours fasting in hindi) में आपको फास्टिंग पीरियड में कुछ भी नहीं खाना होता हैं, आप केवल पानी पी सकते हैं। 16 8 इंटरमिटेंट फास्टिंग में आपको शुरूआत में थोड़ी मुश्किल हो सकती हैं मगर कुछ दिनों में ही आपकी बॉडी इसकी आदि हो जाएगी।

यह चीजें भी नहीं खानी हैं

  • चाय
  • कॉफी
  • दूध
  • फलों का रस

क्या चीज खा सकते हैं

कुछ भी नहीं, केवल पानी पी सकते हैं

इंटरमिटेंट फास्टिंग के बाद क्या खाना चाहिए

intermittent fasting diet in hindi : फास्टिंग के बाद आपको सबसे पहले फल या हल्की उबली हुई हरी सब्जियां खानी चाहिए। फास्टिंग के तुरंत बाद बहुत ज्यादा भारी भोजन करने से बचना चाहिए।

इसके एक घंटे बाद आप अपनी नार्मल डाइट ले सकते हैं। चूंकि आपके पास ईटिंग के लिए 8 घंटे हैं तो इन 8 घंटों में आपको 2 मील लेनी चाहिए। साथ ही बीच में आप एक छोटी मील भी ले सकते हैं।

आप यह सब चीजें खा सकते हैं

  • हरी सब्जियां
  • दाल
  • सफेद मांस
  • मछली
  • एग वाइट
  • आटे की रोटी
  • चावल
  • दही
  • फ्रूट जूस

क्या चीजें नहीं खानी चाहिए

  • तली हुई चीजें
  • फास्ट फूड्स
  • मैदे से बनी चीजें
  • मीठी चीजें

इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे – Intermittent Fasting Benefits in Hindi

intermittent fasting benefits in hindi

1. वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग

अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं या फिर अपना वजन बढ़ने नहीं देना चाहते हैं तो आपको समय-समय पर इंटरमिटेंट फास्टिंग जरूर करनी चाहिए।

वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting for weight loss in hindi) सबसे अच्छा तरीका हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग की मदद से आप तेजी से अपना वजन कम कर सकते हैं। जो लोग जिम नहीं जा सकते या जिन्हें एक्सरसाइज करना पसंद नहीं हैं वो इंटरमिटेंट फास्टिंग की मदद से अपना वजन घर बैठे ही कम कर सकते हैं।

2. बॉडी को डिटॉक्स करें

इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent fasting hindi) बॉडी डिटॉक्स करने का कार्य भी करता हैं जिससे शरीर से सारे विषैले और हानिकारक पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान आपको कुछ भी नहीं खाना होता हैं केवल पानी पीना होता हैं जबकि फास्टिंग के बाद आपको पौष्टिक भोजन ही करना होता हैं जिसके कारण शरीर में जमा टॉक्सिन धीरे धीरे बाहर निकलने लगते हैं।

यह भी पढ़े : डिटॉक्स वाटर क्या हैं और इन्हे घर पर कैसे बनाये

3. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

शरीर में जमा टॉक्सिन्स के कारण चेहरे पर मुंहासे, रूखापन और बाल झड़ने की समस्या बढ़ने लगती हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting benefits in hindi) करने से शरीर में जमा टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं जिसके कारण चेहरे का ग्लो बढ़ता है, पिंपल्स से छुटकारा मिलता है, स्किन जवां नजर आती है और बाल लंबे घने और मजबूत होने लगते हैं।

4. पेट से जुड़ी परेशानियां के लिए 16 घंटे की फास्टिंग के फायदे

इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे (intermittent fasting benefits in hindi) पेट और पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे पेट की गैस, अपच, कब्ज, पेट में जलन आदि के लिए भी काफी अच्छे हैं। फास्टिंग की दौरान पाचन तंत्र और पेट की अंदरूनी हिस्सों को आराम मिलने से पेट की यह समस्याएं दूर होने लगती हैं। वैसे भी पेट के स्वास्थ्य के लिए फास्टिंग को हमेशा से बेहद लाभप्रद माना जाता है।

5. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग

इंटरमिटेंट फास्टिंग करने का एक अन्य लाभ यह है की इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity power) बढ़ती हैं। शरीर की इम्युनिटी बढ़ने से शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती हैं, जिससे शरीर जल्दी बीमार नहीं पड़ता। कोविड-19 के बाद इम्युनिटी बढ़ाने के लिए कई एक्सपर्ट द्वारा भी इंटरमिटेंट फास्टिंग फास्टिंग करने की सलाह दी गयी हैं।

6. इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर में ऊर्जा और स्टैमिना बढ़ता हैं

इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting) करने से शरीर का वजन तो कम होता ही है, साथ ही इससे शरीर में ऊर्जा और स्टैमिना भी बढ़ता हैं। शरीर में स्टैमिना बढ़ने से आप किसी भी कार्य को बिना थके ज्यादा देर तक कर सकते हैं।

यह भी पढ़े : स्टैमिना कैसे बढ़ाये, स्टैमिना बढ़ाने का तरीका और घरेलू उपाय

7. मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा

इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे माने जाते हैं। दरअसल, इस डाइट पैर्टन से शरीर स्वस्थ और फिट रहता है, जिसका सकरात्मक असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इससे तनाव और चिंता को दूर करने में मदद मिलती है। लेकिन इसके लिए जरूरी है की आप ईटिंग पीरियड में एक हेल्दी डाइट का ही सेवन करें।

वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे – Intermittent Fasting For Weight Loss in Hindi

इंटरमिटेंट फास्टिंग का सबसे बड़ा फायदा (intermittent fasting for weight loss in hindi) हैं कि इससे शरीर का वजन तेजी से कम किया जा सकता हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से वजन कैसे कम होता हैं, इसे हम कुछ बिंदुओं की साहयता से समझेंगे।

1. इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से डिजेस्टिव सिस्टम को कुछ देर के लिए आराम मिलता हैं, जिससे डिजेस्टिव सिस्टम मजबूत होता हैं और बेहतर ढंग से कार्य करता हैं। डिजेस्टिव सिस्टम के मजबूत होने से भोजन का पाचन जल्दी और अच्छे से होता हैं, साथ ही भोजन से प्राप्त पोषक तत्व शरीर को प्राप्त होने लगते हैं, जिससे वजन कम होने में मदद मिलती हैं।

2. इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर का मेटाबॉलिस्म भी बूस्ट होता हैं, वजन कम करने के लिए मेटाबॉलिस्म का सही से कार्य करना भी बहुत आवश्यक होता हैं।

3. इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting in hindi) करने से आप अतरिक्त कैलोरी लेने और जंक फूड खाने से बचते हैं, जो वजन कम करने (intermittent fasting for weight loss in hindi) में सहायक होता हैं।

4. इंटरमिटेंट फास्टिंग से ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन (HGH) थोड़ा बढ़ जाता हैं, ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन मसल को रिपेयर करने और उनकी ग्रोथ में सहायक होता हैं। साथ ही यह हार्मोन मेटाबॉलिस्म को बूस्ट करने और वजन कम करने में भी सहायक होता हैं।

वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे (intermittent fasting for weight loss in hindi) बेहतरीन हैं, जो लोग जिम नहीं जा सकते या जिन्हें एक्सरसाइज करना पसंद नहीं हैं वो इंटरमिटेंट फास्टिंग की मदद से अपना वजन घर बैठे ही कम कर सकते हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग के नुकसान – Intermittent Fasting Side Effects in Hindi

इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे (intermittent fasting benefits in hindi) जानने के बाद इंटरमिटेंट फास्टिंग के नुकसान (side effects of intermittent fasting in hindi) जानना भी बहुत जरुरी हैं।

आपके शरीर के लिए यह एक नया अनुभव होता हैं इसलिए शरीर को इसे समझने में थोड़ा समय लग सकता हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग के साइड इफेक्ट्स (intermittent fasting ke nuksan) इस प्रकार हो सकते हैं।

1. इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting hindi) में आपको दिन के 12 -16 घंटे फास्टिंग में रहना होता हैं जिसके कारण शरीर में कमजोरी आ सकती हैं, सिर दर्द हो सकता हैं या फिर चक्कर आ सकते हैं। ऐसा फास्टिंग के शुरूआती दिनों में हो सकता हैं। एक से दो हफ्ते फास्टिंग करने के बाद बॉडी इसकी आदी हो जाएगी फिर आपको इस तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

2. इंटरमिटेंट फास्टिंग में दिन के ज्यादातर समय भूखा रहना पड़ता हैं, जिसके कारण आपके स्वभाव में परिवर्तन आ सकता हैं और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता हैं। ऐसा फास्टिंग के शुरूआती दिनों में हो सकता हैं।

3. फास्टिंग के बाद बहुत तेज भूख लगती हैं, जिस कारण बहुत से लोग एक बार में भी बहुत सारा भोजन कर लेते हैं। जिससे उनका वजन बिल्कुल भी कम नहीं होता, ऐसे लोग फिर अक्सर शिकायत करते हैं की इंटरमिटेंट फास्टिंग का हमें कोई लाभ नहीं मिला।

इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे (benefits of intermittent fasting in hindi) पाने के लिए आपको ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना है और ऊपर बताए गए तरीके से ही फास्टिंग तोड़नी हैं।

4. देखा गया हैं की इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे (intermittent fasting ke fayde in hindi) शुरूवात में बहुत तेजी से देखने को मिलते हैं। मगर जैसे जैसे समय बढ़ता जाता हैं इसका असर भी कम होने लगता हैं। शुरूवात में तेजी से वेट लॉस होता हैं मगर कुछ समय बाद वजन एक जगह स्थिर रह जाता हैं और बहुत धीरे धीरे कम होता हैं।

5. इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान शरीर को एक हेल्दी डाइट की सख्त जरूरत होती हैं। अगर शरीर को प्रॉपर नुट्रिशन नहीं प्राप्त हुए तो इसके शरीर में कई साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते सकते हैं। आपकी डाइट में प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट और फैट्स उचित मात्रा में होने चाहिए।

इंटरमिटेंट फास्टिंग किसे नहीं करनी चाहिए

  1. गर्भवती महिलाओं को इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए।
  2. डायबिटीज के मरीजों को इंटरमिटेंट फास्टिंग अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करनी चाहिए।
  3. अगर आप किसी गंभीर रोग से पीड़ित हैं तो भी आप अपने डॉक्टर की सलाह से ही इंटरमिटेंट फास्टिंग करें।
  4. बहुत ज्यादा कम वजन के लोगों को इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए।
  5. अगर आप बहुत ज्यादा शारीरिक कार्य करते हैं तो इंटरमिटेंट फास्टिंग की आपको जरूरत नहीं हैं।

क्या सुबह का नाश्ता छोड़ना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है

इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या (intermittent fasting meaning in hindi) हैं और इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे (intermittent fasting benefits in hindi) और नुकसान जानने के बाद बहुत से लोगों के मन में एक सवाल जरूर चल रहा होगा, क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग में सुबह का नाश्ता स्किप करना सही रहेगा?

इसका जवाब हम आपको बता दें, इंटरमिटेंट फास्टिंग बिल्कुल ही सेफ हैं और इसका अभी तक कोई बड़ा नुकासन सामने नहीं आया हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग के उपर तरह तरह की कई रिसर्च हो चुकी हैं जिनमें कहीं भी यह नहीं पाया गया हैं की इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान सुबह का नाश्ता छोड़ना नुकसानयक होता हैं।

हाँ अगर आप किसी भी प्रकार की शारीरिक बीमारी से जूझ रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर की सलाह से ही इंटरमिटेंट फास्टिंग करनी चाहिए। वही अगर आप एकदम स्वस्थ हैं तो आप बेझिजक होकर इंटरमिटेंट फास्टिंग कर सकते हैं।

अगर आप सुबह का नाश्ता स्किप नहीं करना चाहते हैं, या सुबह न नाश्ता स्किप नहीं कर सकते हैं और आपको इंटरमिटेंट फास्टिंग भी करनी हैं, तो आपको इसके लिए अपनी आखरी मील श्याम को 5 बजे से पहले कर लेनी चाहिए।

अगर आपकी आखरी मील श्याम के 5 बजे की होती हैं तो आपका फास्टिंग पीरियड श्याम के 5 बजे से अगले दिन की सुबह 9 बजे तक होगा (जो पूरे 16 घंटे होते हैं), इस तरह आप सुबह 9 बजे फास्टिंग तोड़ने के बाद हल्का नाश्ता कर सकते हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग किस तरह करनी चाहिए – How To Do Intermittent Fasting in Hindi

अगर आप इस आर्टिकल को पढ़ने से पहले इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting meaning in hindi) के विषय में बिल्कुल भी नहीं जानते थे और यह आर्टिकल पढ़ने के बाद अब इंटरमिटेंट फास्टिंग करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको हमारी सलाह हैं की आप पहले कुछ दिन 16 घंटे की फास्टिंग (16 hours fasting in hindi) की जगह 12 घंटे की फास्टिंग करें।

आप 12 घंटे की फास्टिंग से शुरूआत करें और जब आप इसमें पूरी तरह से कम्फर्ट हो जाए, तब आप 14 घंटे और उसके बाद आप 16 घंटे की फास्टिंग करें। एकदम से 16 घंटे की फास्टिंग करना इतना भी आसान नहीं होता हैं।

इसलिए आपको 12 घंटे की फास्टिंग (12 hours fasting in hindi)करनी चाहिए। 12 घंटे की फास्टिंग आप रात 8 बजे से अगले दिन 8 तक कर सकते हैं। जो की इतना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा, 12 घंटे का फास्टिंग पीरियड में ज्यादातर समय आप रात को सोने में ही बिता देंगे।

इंटरमिटेंट फास्टिंग कितने दिन करें

इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting in hindi) आप अपने लक्ष्य के अनुसार कर सकते हैं। वजन कम करने के लिए 30 दिन तक इंटरमिटेंट फास्टिंग करना फायदेमंद माना जाता हैं। 30 दिन के बाद कुछ समय का गैप देकर आप इसे फिर से जारी रख सकते हैं।

इसके साथ ही अगर आप किसी खास इवेंट या फंक्शन में फिट दिखने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग करना चाहते हैं तो आपको इवेंट या फंक्शन से 15-20 पहले इंटरमिटेंट फास्टिंग स्टार्ट कर देनी चाहिए।

अगर आप लाइफ टाइम के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग करना चाहते हैं तो फिर आप इसे हफ्ते में 2-3 दिन कर सकते हैं। डेली इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से शरीर में कमजोरी भी आ सकती हैं, इसलिए इसे लाइफ टाइम तक डेली करने की सलाह नहीं दी जाती हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग और आयुर्वेद – Intermittent Fasting in Ayurveda

इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting hindi) दुनियां के लिए एक नया कॉन्सेप्ट होगा लेकिन आयुर्वेद में बहुत पहले भी इसका वर्णन किया गया हैं। आयुर्वेद के अनुसार सूरज ढलने के बाद भोजन नहीं करना चाहिए, दिन का आखरी भोजन सूर्यास्त से पहले पहले हो जाना चाहिए। इस रूटीन क पालन करके पुराने समय में बहुत से ऋषि मुन्नी अपने आपको स्वस्थ और फिट रखते थे।

जबकि इस्लाम धर्म में भी रमजान के दौरान बहुत पहले से ही इस तरह की फास्टिंग की जाती आ रही हैं और इसका लाभ भी लोगों को खूब मिला हैं। हिंदू और इस्लाम धर्म के साथ साथ बहुत से अन्य धर्मों में भी इंटरमिटेंट फास्टिंग का जिक्र मिलता हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ

Q. इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान अगर बहुत ज्यादा भूख लगे तो क्या करना चाहिए?

A. इंटरमिटेंट फास्टिंग जबरदस्ती बिल्कुल भी न करें अगर फास्टिंग के दौरान बहुत ज्यादा भूख लगे तो आप इसे बीच में ही छोड़ सकते हैं। आपके लिए बेहतर होगा की आप सबसे पहले 12 घंटे की फास्टिंग करें, उसके बाद 14 घंटे और फिर 16 घंटे की फास्टिंग। धीरे धीरे आपकी बॉडी फास्टिंग की आदी हो जाएगी और फिर आपको फास्टिंग में कोई परेशानी नहीं होगी।

Q. क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान चाय पी सकते हैं?

A. जी नहीं, फास्टिंग के दौरान आपको चाय – कॉफी नहीं पीना हैं। आप केवल पानी पी सकते हैं।

Q . क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान फलों का जूस पी सकते हैं?

A. जी नहीं, फास्टिंग के दौरान आप फल या फलों का जूस नहीं ले सकते हैं।

Q . इंटरमिटेंट फास्टिंग के तुरंत बाद क्या खाना चाहिए?

A. फास्टिंग के तुरंत बाद बहुत ज्यादा भारी भोजन न करें। फास्टिंग के बाद कोई सीजनल फल, सलाद या फिर उबली हुई हरी सब्जियां खानी चाहिए।

Q. इंटरमिटेंट फास्टिंग के क्या नुकसान हैं ?

A. शरीर में कमजोरी, थकान, मूड ऑफ होना, चक्कर आना इंटरमिटेंट फास्टिंग के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।

Q. इंटरमिटेंट फास्टिंग से एक महीने में कितना वजन कम होगा?

A. यह आपकी डाइट के उपर निर्भर करता हैं, आप जितनी अच्छी डाइट लेंगे उतना ज्यादा वजन घटा पाएंगे।

Q. हफ्ते में इंटरमिटेंट फास्टिंग कितने दिन करनी चाहिए ?

A. यह आप अपने गोल के अनुसार तय कर सकते हैं। शुरुआत में हफ्ते में 2 -3 दिन ही इंटरमिटेंट फास्टिंग करें।

निष्कर्ष – Conclusion

इस तरह इंटरमिटेंट फास्टिंग की मदद से आप खुद को फिट रख सकते हैं। उम्मीद है की इंटरमिटेंट फास्टिंग (intermittent fasting in hindi) के विषय में आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा, यदि आपके मन में कोई सवाल हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं, हम आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। साथ ही इसी तरह की जानकारियों के लिए आप इजी लाइफ हिंदी के अन्य आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।

Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हो सकता। इजी लाइफ हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है, इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट इतियादी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Share on:

Hello readers! My name is Deepak Bhatt, a writer and operator of this website. I've completed my studies from Delhi University, and now through my website, I'm motivating people to improve their lifestyle with authentic and tested information.

2 thoughts on “Intermittent Fasting in Hindi | इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है? इसके फायदे व नुकसान”

Leave a Comment