त्रिकोणासन के फायदे, नुकसान व सावधानियां | Trikonasana Benefits in Hindi

trikonasana benefits in hindi : योगासनों के अभ्यास से न सिर्फ शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम होती है, बल्कि यह शरीर को लचीला व ताकतवर भी बनाते हैं। साथ ही कुछ ऐसे आसन भी हैं जो शारीरिक संतुलन व एकाग्रता बढ़ाने में भी मदद करते हैं। त्रिकोणासन एक ऐसा ही आसन है। त्रिकोणासन (trikonasana) के अभ्यास के दौरान शारीरिक संतुलन व एकाग्रता की खास आवश्यकता होती है। यह बॉडी को स्ट्रेच करने व मांसपेशियों को खोलने में मदद करता है। साथ ही पेट, कमर, थाई व कूल्हों के आसपास जमा चर्बी कम करने के लिए भी त्रिकोणासन के फायदे अच्छे हैं।

त्रिकोणासन (trikonasana in hindi) एक बेसिक योगासन है जिसका अभ्यास ज्यादा मुश्किल नहीं होता, यदि आपके शरीर में थोड़ा भी लचीलापन हैं तो आप आसानी से इसका अभ्यास कर सकते हैं। त्रिकोणासन का एक बड़ा लाभ (trikonasana benefits in hindi) यह भी है की इससे कमर, हिप्स, गर्दन, कंधे व जांघों की मांसपेशियां अच्छी तरह स्ट्रेच होती हैं और इनमे लचीलापन बढ़ता है, जिससे शरीर मुश्किल योगासनों के लिए तैयार होता है।

त्रिकोणासन करने से पहले आपको इसकी सही विधि व इससे जुड़ी सावधानियों के बारे में भी जरूर पता होना चाहिए, गलत तरीके से इसका अभ्यास करने से शरीर चोटिल भी हो सकता है। खासकर कमर व गर्दन पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए इस लेख में हम त्रिकोणासन के फायदे और नुकसान के अलावा इसकी विधि व सावधानियों के बारे में भी जानेंगे।

त्रिकोणासन क्या है – Trikonasana in Hindi

trikonasana in hindi

त्रिकोणासन संस्कृत भाषा के दो शब्द त्रिकोण और आसन से मिलकर बना है। यहाँ त्रिकोण का अर्थ ‘तीन कोणों वाला’ और आसन का अर्थ ‘योग मुद्रा’ से है। इस आसन के अभ्यास के दौरान शरीर की मुद्रा त्रिकोण के आकार की दिखाई पड़ती है जिस वजह से इसे यह नाम दिया गया। जबकि अंग्रेजी में इसे Triangle Pose भी कहा जाता है।

त्रिकोणासन करने से शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम होती है, कमर व रीढ़ मजबूत होती है, शरीर में लचीलापन बढ़ता है और पाचन में भी सुधार होता है। इसके अलावा भी त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana ke fayde) की एक लंबी लिस्ट है, जिनके बारे में हम निचे विस्तार से जानेंगे।

त्रिकोणासन करने के फायदे – Trikonasana Benefits in Hindi

Trikonasana Benefits in Hindi

1. पेट की एक्स्ट्रा चर्बी घटाए

त्रिकोणासन करने से पेट की मांसपेशियों में खिंचाव पड़ता है जिससे पेट व पेट के आसपास जमा एक्स्ट्रा फैट तेजी से कम होता है और शरीर फिट रहता है। मोटापा करने के लिए योगासन को सबसे अधिक प्रभावशाली माना जाता है, ऐसे में अच्छी डाइट के साथ त्रिकोणासन जैसे आसनों की मदद से आप मोटापे पर तेजी से काबू पा सकते हैं।

2. बॉडी शेप सुधारे

कुछ लोगों के कमर के आसपास या जांघों व कूल्हों में भी एक्स्ट्रा फैट जमा होता है, जिसे त्रिकोणासन (trikonasana in hindi) की मदद से कम किया जा सकता है। यह कमर, कूल्हों व जांघों में अच्छा खासा खिंचाव पैदा करता है जिससे इन हिस्सों में जमा फैट कम होता है और बॉडी का शेप अच्छा होता है। हालाकिं जैसा हमने ऊपर भी बताया की बॉडी फैट कम करने के लिए अच्छी डाइट भी जरुरी होती है, किसी भी योगासन का लाभ शरीर को तभी मिलता है जब आपकी डाइट अच्छी होगी।

3. कमर को मजबूत बनाए

त्रिकोणासन कमर को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अभ्यास से कमर की मांसपेशियों में मजबूती व लचीलापन आता है। देखा गया है की जो लोग घंटों तक एक जगह बैठकर कार्य करते हैं, उन्हें कमर दर्द का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में त्रिकोणासन की मदद से कमर दर्द की शिकायत से बचा जा सकता है। साथ ही इससे कमर की अकड़न भी दूर होती है। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा की त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana benefits in hindi) कमर से जुड़ी समस्याओं के लिए अच्छे हैं।

4. पाचन को बेहतर बनाए

त्रिकोणासन के नियमित अभ्यास से पाचन में भी सुधार होता है। साथ ही इससे पेट व पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग, अपच व कब्ज में भी राहत मिलती है। आजकल खराब खानपान व कम शारीरिक गतिविधि के कारण पाचन व पेट से जुड़ी समस्याओं का खतरा ज्यादा रहता है, ऐसे में आप नियमित योगासनों की मदद से इस समस्या से खुद को दूर रख सकते हैं।

5. मेटाबॉलिस्म सुधारने में सहायक

त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana ke fayde) की आगे बात करें तो इसके अभ्यास से मेटाबॉलिज्म भी दुरुस्त रहता है। मेटाबॉलिज्म शरीर में भोजन को ऊर्जा में बदलने का कार्य करता है, लेकिन बढ़ती उम्र व गलत खानपान के कारण शरीर का मेटाबॉलिज्म कमजोर पड़ने लगता है जिस वजह से शरीर में मोटापा, ऊर्जा की कमी, कमजोरी व अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में त्रिकोणासन जैसे योगासनों की मदद से मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में काफी मदद मिलती है।

6. मस्तिष्क के लिए त्रिकोणासन के लाभ

त्रिकोणासन के अभ्यास से मस्तिष्क की ओर रक्त संचार बढ़ता है जो दिमाग के लिए फायदेमंद होता है। त्रिकोणासन के अभ्यास से तनाव व चिंता दूर होती है, नींद में सुधार होता है, मूड फ्रेश होता है व दिमाग को शांति मिलती है। साथ ही एकाग्रता बढ़ाने के लिए भी त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana benefits in hindi) अच्छे हैं।

7. मांसपेशियों की मजबूती के लिए त्रिकोणासन

त्रिकोणासन के अभ्यास से शरीर की मांसपेशियां भी मजबूत होती है। त्रिकोणासन करने से कमर, कंधे, जांघ, पेट, गर्दन व कूल्हों की मांसपेसियों पर सबसे ज्यादा जोर पड़ता है, जिस वजह से ये मांसपेशियां मजबूत होती हैं।

अगर आप योग के छेत्र में नए हैं और आपने अभी अभी योग करना शुरू किया हैं तो हो सकता हैं कि त्रिकोणासन करने से कुछ दिन आपकी मांसपेसियों में दर्द रहे, लेकिन आपको इस दर्द से बिल्कुल भी नहीं घबराना, वक्त के साथ यह दर्द अपने आप ही ठीक हो जाता है।

8. चेहरे के लिए त्रिकोणासन के फायदे

त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana ke fayde) चेहरे के लिए भी अच्छे हैं। इस आसन के अभ्यास से शरीर मे रक्त संचार बढ़ता हैं जिसका लाभ चेहरे को भी मिलता हैं। नियमित त्रिकोणासन का अभ्यास करने से चेहरे का ग्लो बढ़ता हैं, झुर्रियां कम होती हैं और चेहरा सुंदर और आकर्षक दिखाई देता हैं।

9. बालों के लिए त्रिकोणासन के लाभ

चेहरे के साथ-साथ बालों के लिए भी त्रिकोणासन फायदेमंद होता हैं। सिर की तरफ ब्लड फ्लो बढ़ने से बाल मजबूत होते हैं और बालों का झड़ना व टूटना बंद होता हैं। हालांकि, बालों को मजबूत बनाने के लिए अच्छा और पौष्टिक खानपान भी बेहद जरूरी होता हैं, इसलिए आप इसका भी ध्यान दें।

10. शरीर में ऊर्जा बढ़ाने में सहायक

योग करने का सबसे बड़ा लाभ यह हैं कि इससे शरीर का आलस और ढीलापन दूर होता हैं और शरीर मे ऊर्जा का विकास होता हैं। त्रिकोणासन भी शरीर मे एनर्जी व स्टैमिना बढ़ाने के लिए काफी उपयोगी हैं, त्रिकोणासन के अभ्यास के बाद आपको इसका अहसास अवश्य देखने को मिलेगा।

त्रिकोणासन करने का तरीका – How To Do Trikonasana in Hindi

त्रिकोणासन के लाभ प्राप्त करने के लिए जरूरी हैं कि आप इसका अभ्यास सही तरीके से करें। गलत तरीके से त्रिकोणासन का अभ्यास करने से शरीर मूर्छित भी हो सकता हैं। इसलिए त्रिकोणासन करने की विधि या तरीका आपको अवश्य पता होना चाहिए।

  • सबसे पहले बॉडी को थोड़ा स्ट्रेच करें, जिससे बॉडी त्रिकोणासन के अभ्यास के लिए तैयार हो जाये और इससे चोट का खतरा भी कम होगा।
  • त्रिकोणासन के अभ्यास के लिए खुली जगह का चुनाव करें।
  • अब योगा मैट बिछाकर सीधा खड़े हो जाएं। पैरों के बीच थोड़ी दूरी बनाए और हाथों को शरीर से सटाकर रखें।
  • उसके बाद अपने दोनों हाथों को कंधे की सीध में फैला दें।
  • उसके बाद सांस अंदर लेते हुए अपने दाएं हाथ को ऊपर उठाएं
  • अब अपने बाएं पैर को थोड़ा बाहर की ओर मोड़ दें
  • अब सांस बाहर छोड़ते हुए कमर को धीरे-धीरे बायीं ओर झुकाएं।
  • अपने बाएं हाथ से बाएं पैर के टखने को छूने की कोशिश करें, अगर तखना न छू पा रहे हो तो भी कोई बात नहीं हैं, जहाँ तक संभव हो वही तक हाथ ले जाएं।
  • इस बीच आपकी नजर ऊपर की ओर होनी चाहिए और सांस लेते, छोड़ते रहें।
  • इस स्थिति में थोड़ी देर रूकने की कोशिश करें।
  • फिर सामान्य स्थिति में आकर यह प्रक्रिया दूसरे छोर के लिए भी दोहराएं।
  • त्रिकोणासन की विधि ओर अच्छे से समझने के लिए आप निचे दिया गया वीडियो भी देख सकते हैं।

त्रिकोणासन करने से पहले कौन से आसन करने चाहिए

त्रिकोणासन (trikonasana yoga in hindi) से पहले आपको ऐसे आसनों का अभ्यास करना चाहिए जिससे आपके कूल्हों, कमर, गर्दन और पैरों की मांसपेशियां अच्छी तरह खुल जाए। इसके लिए आप यह आसन कर सकते हैं।

  • वज्रासन
  • बालासन
  • उत्तानासन
  • सूर्य नमस्कार

त्रिकोणासन करने के बाद कौन से आसन करने चाहिए

त्रिकोणासन (trikonasana in hindi) के अभ्यास के बाद कमर को आराम देने के लिए आप बालासन का अभ्यास कर सकते हैं। बालासन के बाद अंत मे सवासन का अभ्यास भी जरूर करें। सवासन से पूरा शरीर रिलैक्स हो जाता हैं और मन शांत होता हैं।

त्रिकोणासन की सावधानियां – Trikonasana ki Savdhaniya

  • त्रिकोणासन से पहले बॉडी को स्ट्रेच जरूर करें।
  • त्रिकोणासन में शरीर के साथ कोई जोर जबरदस्ती न करें, बहुत से लोग टखने या पैर को छूने की जबरदस्ती करते हैं जिससे वह अपने आप को मूर्छित कर बैठते हैं। अपने हाथ नीचे वहीं तक ले जाएं जहाँ तक आपसे संभव हो रहा हो।
  • त्रिकोणासन की स्थिति में कम से कम 15 से 30 सेकंड रूकने की कोशिश करें।
  • इस आसन के अभ्यास के दौरान सांस रोक के न रखें।
  • भोजन करने के बाद त्रिकोणासन का अभ्यास न करें।

त्रिकोणासन करने का सही समय

त्रिकोणासन (trikonasana yoga in hindi) के अभ्यास का सबसे उत्तम समय सुबह का समय हैं। सुबह फ्रेश होने के बाद आप इसका अभ्यास कर सकते हैं। साथ ही अगर किसी कारणवश आप त्रिकोणासन का अभ्यास सुबह न कर पाएं तो शाम के समय भी आप इसका अभ्यास कर सकते हैं। ध्यान रहे कि भोजन करने के बाद त्रिकोणासन का अभ्यास न करें।

त्रिकोणासन के नुकसान – Trikonasana Ke Nuksan

  • तेज कमर दर्द से पीड़ित व्यक्ति को त्रिकोणासन के अभ्यास से बचना चाहिए या फिर योग विशेषज्ञ की देखरेख में ही इस आसन का अभ्यास करना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं को भी योग विशेषज्ञ की देखरेख में ही इस आसन का अभ्यास करना चाहिए या इस आसन के अभ्यास से बचना चाहिए।
  • जिन लोगों को घुटनों से संबंधित कोई परेशानी हो उन्हें भी इस त्रिकोणासन के अभ्यास से बचना चाहिए।
  • गर्दन दर्द से जूझ रहे लोगों को भी यह आसन नहीं करना चाहिए।
  • दस्त, सिर दर्द, बुखार, आदि में भी त्रिकोणासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
  • रक्तचाप से पीड़ित व्यक्तियों को त्रिकोणासन नहीं करना चाहिए।
  • कुल मिलाकर किसी भी गंभीर बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति को विशेषज्ञ की सलाह से ही त्रिकोणासन का अभ्यास करना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ

Q. त्रिकोणासन किसे नहीं करना चाहिए

Ans. तेज कमर दर्द, स्लिप डिस्क, रक्तचाप, सायटिका व अल्सर से पीड़ित लोगों को इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए। जबकि गर्भवती महिलाओं को योग विशेषज्ञ की देख रेख में ही इसका अभ्यास करना चाहिए।

Q. क्या त्रिकोणासन करने से पेट कम हो सकता है

Ans. त्रिकोणासन करने से पेट और कमर के आसपास की चर्बी कम होती है। लेकिन साथ ही आपको अपनी डाइट का भी ख्याल रखना होगा। कोई भी योगासन या एक्सरसाइज मोटापा या पेट कम करने में तभी मददगार हो सकती है जब आपकी डाइट अच्छी होगी।

Q. क्या त्रिकोणासन का अभ्यास शाम के समय कर सकते हैं

Ans. जी हाँ इसका अभ्यास आप शाम के समय भी कर सकते हैं

Q. इस आसन में कितनी देर ठहरना चाहिए

Ans. अपनी क्षमतानुसार आप 15 सेकंड से लेकर 60 सेकंड तक त्रिकोणासन में रुक सकते हैं

निष्कर्ष – Conclusion

त्रिकोणासन के फायदे (trikonasana benefits in hindi) जानने के बाद अब आपके मन मे भी त्रिकोणासन करने का विचार अवश्य आ रहा होगा। ज्यादा सोचिए मत और आज से ही इसका अभ्यास आरंभ कर दें। यह एक ऐसा आसन हैं जो आपको हर तरीके से स्वस्थ व फिट रखने में मदद करेगा, साथ ही त्रिकोणासन (trikonasana in hindi) का अभ्यास भी ज्यादा कठिन नहीं हैं, सभी उम्र के लोग आसानी से इसका अभ्यास कर सकते हैं।

Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हो सकता। इजी लाइफ हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है, इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट इतियादी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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